नई दिल्ली 25 अगस्त 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . भारतीय क्रिकेट टीम के और सीनियर खिलाड़ी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अनुभवी टेस्ट स्टार चेतेश्वर पुजारा को उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी है. रविवार को पुजारा ने क्रिकेट के सारे फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में भारत के लिए 7195 रन बनाए. उनका औसत 43.60 था, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल थे. पुजारा को उनके शानदार करियर के लिए याद रखा जाएगा खासकर ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को जिताने में जो योगदान दिया वो सराहनीय है.
37 साल के बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018-19 की उस ऐतिहासिक सीरीज का हिस्सा थे. 4 मैच में उनके बल्ले से 521 रन निकले और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. भारतीय टीम ने सीरीज अपने नाम कर ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर धूल चटाते हुए उसका घमंड तोड़ा था. इस दौरे पर कंगारू गेंदबाजों के बॉल को पुजारा ने शरीर पर खाया था. पूरे पूरे दिन लगभग मैदान पर चट्टान की तरह डटे रहे. उनका नाम इतिहास में एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में दर्ज हो गए हैं जो अपनी टीम के लिए सबसे मुश्किल परिस्थितियों में भी “गोलियां खाने” के लिए तैयार थे.
सचिन ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पुजारा की तारीफ करते हुए कहा कि वह भारतीय टेस्ट टीम के स्तंभ रहे हैं और दबाव की स्थितियों को आसानी से संभालते थे. सचिन ने लिखा, “पुजारा, आपको नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते देखना हमेशा आश्वस्त करता था. आपने हर बार खेलते हुए शांति, साहस और टेस्ट क्रिकेट के प्रति गहरा प्रेम दिखाया,”
“आपकी ठोस तकनीक, धैर्य और दबाव में संयम टीम के लिए एक स्तंभ रहे हैं. 2018 में ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीत सबसे खास है यह आपकी अविश्वसनीय सहनशक्ति और मैच जिताने वाले रनों के बिना संभव नहीं होती. एक शानदार करियर के लिए बधाई. अगले अध्याय के लिए शुभकामनाएं. अपने दूसरे पारी का आनंद लें!” उन्होंने जोड़ा.
पुजारा ने 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. उन्होंने 2005 के अंत में सौराष्ट्र के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में भी उनके लिए खेले. अपने छोटे वनडे करियर में पुजारा ने 2013 और 2014 के बीच पांच वनडे मैच खेले, लेकिन उन्होंने राहुल द्रविड़ के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ज्यादातर नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की की.
पुजारा ने 2010 में बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और रेड-बॉल क्रिकेट में इसी टीम के खिलाफ कई यादगार जीत का हिस्सा रहे. उन्हें 2018-19 की चार मैचों में 521 रन बनाने के बाद भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत में प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था.
सारांश:
चेतेश्वर पुजारा के संन्यास पर सचिन तेंदुलकर भावुक हो गए और उन्होंने एक भावुक संदेश लिखकर उनकी बल्लेबाजी और योगदान को याद किया।