नई दिल्ली 28 अगस्त 2025 (भारत बानी ब्यूरो ). अक्टूबर 2017 में दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) ने फिरोज शाह कोटला स्टेडियम (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में वीरेंद्र सहवाग गेट का उद्घाटन किया था. सात साल बाद उनके बड़े बेटे आर्यवीर ने उसी मैदान पर दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) के दूसरे एडिशन में अपना डेब्यू किया. बड़े मंच पर यह सहवाग के बेटे की पहली परीक्षा थी. पिता के जैसे ही आक्रामक खेल दिखाकर उन्होंने सबका ध्यान खींचा. मैच के बाद मीडिया को बताया कि वो अपने फादर साहब की बात नहीं टाल सकते.
सेंट्रल दिल्ली किंग्स ने अपने रेगुलर ओपनर यश ढुल की जगह आर्यवीर को चुना और पहले ही मुकाबले में इस खिलाड़ी ने अपनी छाप छोड़ी. दलीप ट्रॉफी के लिए यश नॉर्थ जोन टीम उनकी गैर मौजूदगी में आर्यवीर को डेब्यू का मौका मिला. बुधवार शाम कौशल सुमन के साथ उन्होंने पारी की शुरुआत की. उनके कुछ शॉट्स ने पिता वीरेंद्र सहवाग की याद तातजा कर गई. आर्यवीर की पारी छोटी थी लेकिन 16 गेंद में 22 रन बनाकर आने वाले कल की झलक दिखाई. पारी बड़ी नहीं थी लेकिन लगातार चौके ने ये बता दिया कि उनके अंदर आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं. सेंट्रल दिल्ली ने मैच में 20 ओवरों में 6 विकेट पर 155 रन बनाए और ईस्ट दिल्ली को हराया.
मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए आर्यवीर ने अपने DPL डेब्यू के बारे में बात की. आर्यवीर ने CNN-News18 CricketNext के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “पिछले मैच के बाद [मुझे पता चला कि मैं अगला मैच खेलूंगा].मैंने पिछले मैच में वह कैच लिया था. खेल खत्म होने के बाद जोंटी [सिधु] भैया ने मुझे बताया कि मैं अगला मैच खेलूंगा.”
17 साल आर्यवीर ने टीम इंडिया के लिए खेल चुके गेंदबाज नवदीप सैनी को लगातार चौके लगाए. पहला चौका उन्होंने कवर के ऊपर से मारा जबकि अगले को एक्स्ट्रा कवर की तरफ लगाया. “अच्छा लगा. पहली दो बाउंड्री ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मुझे सेट होने में मदद की. लेकिन पारी लंबी नहीं थी. मैं अगली बार बीच में अधिक समय तक रहने की कोशिश करूंगा.”
प्लेऑफ में जाने से पहले आर्यवीर अपने पिता से फीडबैक जरूर लेंगे. आर्यवीर ने हंसते हुए कहा, “बिल्कुल, जब फादर साहब बोलेंगे तो सुनना तो पड़ेगा ही. हमें पता है कि हम पर नजर रखी जा रही है. स्काउट्स की नजरें हम पर हैं. लेकिन हम इस बारे में ज्यादा नहीं सोचते, खासकर जब हम मैदान पर होते हैं. हम सिर्फ खेल पर ध्यान लगाते हैं.”