03 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (3 सितंबर) को बढ़त के साथ बंद हुए। जीएसटी टैक्स स्लेब में कटौती की उम्मीद से बाजार में चुनिंदा सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली। साथ ही मेटल शेयरों में तेजी ने बाजार को ऊपर की तरफ खींचा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद (GST Council) की 56वीं बैठक बुधवार 3 सितंबर से शुरू हो गई। इस बैठक में टैक्स स्लैब में बदलाव पर फैसला लिया जा सकता है।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 100 से ज्यादा अंक चढ़कर 80,295.99 पर खुला। कारोबार के दौरान इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। लेकिन अंत में यह 409.83 अंक या 0.51 फीसदी की बढ़त लेकर 80,567.71 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) बढ़त के साथ 24,616 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 24,533 अंक के इंट्रा-डे लो और 24,737 अंक के इंट्रा-डे हाई तक गया। अंत में यह 135.45 अंक या 0.55 फीसदी की बढ़त के साथ 24,715 पर बंद हुआ।

जियोजित इंवेस्टमेंट्स में रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ”भारतीय शेयर बाजार मिली-जुली शुरुआत के बाद मजबूती के साथ बंद हुए। जीएसटी स्लैब में बदलाव से कंजंप्शन खर्च को बढ़ावा मिलने की उम्मीदों ने सहारा दिया। कंजम्प्शन आधारित सभी सेक्टर्स जैसे डिस्क्रीशनरी, ड्यूरेबल और स्टेपल्स ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया। वैश्विक बाजारों में सोने की रैली जारी रही और यह नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया। यह दर्शाता है कि निवेशकों में अमेरिका की लंबी चलने वाली टैरिफ नीति और उसके वैश्विक आर्थिक विकास व भू-राजनीतिक बदलावों पर असर को लेकर सतर्कता बनी हुई है।”

उन्होंने कहा, ”निकट भविष्य में बाजार की दिशा काफी हद तक जीएसटी काउंसिल की बैठक के नतीजों पर निर्भर करेगी। खासकर उन सेक्टर्स पर जिनका सीधा लेना-देना कंज्यूमर डिमांड से है। हालांकि, बाजार में उम्मीदें बहुत ऊंची हैं। इससे निराशा की गुंजाइश भी बढ़ जाती है। यदि ऐसा होता है, तो बाजार में एक बार फिर से मुनाफावसूली या कंसोलिडेशन फेस में जा सकता है।”

Top Gainers & Losers

सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा करीब 6 फीसदी उछल गया। सरकार सेल और ओडिशा माइनिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएमसी) के पास वर्तमान में नॉन-ऑपरेशनल आयरन ओर खदानों को फिर से अलॉट करने पर विचार कर रही है। इसके चलते मेटल शेयरों में तेजी आई। टाइटन, महिंद्रा, आईटीसी, इटरनल, टाटा मोटर्स, ट्रेंट लिमिटेड, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, कोटक बैंक और सनफार्मा प्रमुख रूप से बढ़त में रहे। दूसरी तरफ, इंफोसिस, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनीलीवर, टीसीएस और अदाणी पोर्ट्स प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 बढ़त में बंद हुए। इनमें क्रमश: 0.65 प्रतिशत और 0.89 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। सेक्टरक मोर्चे पर निफ्टी आईटी और निफ्टी मीडिया इंडेक्स को छोड़कर सभी सेक्टर हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी मेटल में सबसे ज्यादा तेजी आई। यह 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया।

GST Council 56th Meeting

निवेशकों की निगाहें दो दिन चलने वाली वस्तु एवं सेवा कर (GST) काउंसिल की बैठक पर भी होंगी, जो आज से शुरू हो रही है। इस बैठक में कई दरों वाले इनडायरेक्ट टैक्स सिस्टम के सुधार पर चर्चा होने की उम्मीद है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की थी।

मेहता इक्विटीज में सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा, ”मंगलवार को बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। निफ्टी ने अपने शुरुआती लाभ गंवाकर लाल निशान में बंद किया। इसकी वजह एक्सपायरी से जुड़ी चिंता और लगातार बने दबाव रहे। सोना इकलौता एसेट क्लास है जो रिकॉर्ड ऊंचाई पर बना हुआ है। इसकी वजह फेड की संभावित रेट कट और कमजोर डॉलर की उम्मीदें हैं। अब निवेशकों की नजर जीएसटी काउंसिल की बैठक (3–4 सितंबर) और अमेरिका की नौकरियों के आंकड़े (5 सितंबर) पर है।”

उन्होंने कहा, ”तकनीकी रूप से, निफ्टी (24,580) अपने मुख्य मूविंग एवरेज और 25,000 के स्तर से नीचे ट्रेड कर रहा है। अगर मजबूती 25,155 के ऊपर नहीं दिखती, तो गिरावट का खतरा 200-डीएमए यानी 24,076 तक बना हुआ है।”

ग्लोबल मार्केटस से क्या संकेत

वॉल स्ट्रीट पर मंगलवार को गिरावट के बाद बुधवार सुबह एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। वैश्विक बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को लेकर नई चिंताओं के कारण सेंटीमेंट्स प्रभावित हुए। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 0.5 प्रतिशत, जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.35 प्रतिशत गिरावट में रहा और दक्षिण कोरिया का कोस्पी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में लगभग स्थिर रहा।

अमेरिका में प्रमुख इंडेक्स मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए। निवेशक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के अधिकांश टैरिफ को गैरकानूनी मानने वाले फेडरल अपील्स कोर्ट के फैसले के प्रभाव का आंकलन कर रहे थे। डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 0.55% गिरा, S&P 500 0.69% कमजोर हुआ और टेक-हैवी नैस्डैक कंपोजिट 0.82% नीचे गया।

निवेशक अमेरिकी रोजगार आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की बीज बुक (Beige Book) का इंतजार कर रहे हैं। यूरोज़ोन में निवेशक प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) और HCOB सर्विसेज़ पीएमआई पर ध्यान देंगे, जबकि चीन भी सर्विसेज पीएमआई डेटा जारी करेगा। भारत में निवेशक अगस्त महीने का HSBC पीएमआई डेटा और मुद्रा आपूर्ति (Money Supply) आंकड़ों पर नजर रखेंगे।

FIIs की बिकवाली जारी

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली का सिलसिला जारीर है। उन्होंने मंगलवार को 1,171.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 2,433.82 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

Bharat Baani Bureau

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