03 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : हार्ट अटैक के मामले पूरी दुनिया में बढ़ रहे हैं। अमेरिका में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। वहीं कोविड-19 के बाद दिल का दौरा पड़ने के मामले काफी सामने आने लगे हैं। डॉक्टर हार्ट अटैक की वजह खराब लाइफस्टाइल, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापे को मानते हैं। लेकिन अब एक नए रिसर्च में पता चला है कि हार्ट अटैक का एक कारण शरीर में छुपे हुए बैक्टीरिया भी हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, फिनलैंड की ताम्पेरे और ओउलू यूनिवर्सिटी और फिनिश इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ एंड वेलफेयर में की कई रिसर्च में इसका जिक्र किया गया है। जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में इस रिसर्च को छापा गया है।

क्या बैक्टीरिया भी हो सकते हैं हार्ट अटैक की वजह

रिसर्च में पाया गया है कि दिल की नसों में फैटी प्लाक जमा होता है, जिसमें बैक्टीरिया की परत (biofilm) पाई गई है। इस खोज ने सभी के होश उड़ा दिए हैं। हालांकि खुशी की बात ये है कि अगर ऐसा होता है तो भविष्य में हार्ट अटैक रोकने के लिए वैक्सीन विकसित करने की संभावना भी बढ़ जाती हैं। 

कोरोनरी आर्टरी क्‍या है?

कोरोनरी आर्टरी हमारे दिल तक खून और जरूरी पोषण पहुंचाने वाली नसें हैं। लेकिन जब इन नसों में रुकावट आने लगती है, सूजन हो जाती है या ये नसें सख्त हो जाती हैं तो हार्ट अटैक का खतरा पैदा होता है। कोरोनरी आर्टरी में प्लाक जमा होने लगता है जो फैट, कोलेस्ट्रॉल और बाकी चीजों के जमने से होता है। नसें खून और ऑक्सीजन सही मात्रा में हार्ट तक नहीं पहुंचा पाती हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा होता है।

बैक्टीरिया बन रहा है हार्ट अटैक का कारण

इस रिसर्च में करीब 121 लोगों को शामिल किया गया, जिनकी मौत अचानक हार्ट अटैक से हुई थी। वहीं 96 लोग ऐसे थे जिनकी हार्ट सर्जरी हाल फिलहाल में हुई थी। इन लोगों पर की गई रिसर्च में पता चला है कि आर्टरीज में जमा प्लाक में एक बैक्टीरिया की भी लेयर्स मौजूद थीं। इसमें से कुछ बैक्टीरिया सोई हुई हालत (dormant) में थे। 

बैक्टीरिया से हार्ट में सूजन

ये बैक्टीरिया दवाओं से भी बच जाते हैं और जब ये किसी वजह से जागते हैं को तेजी से बढ़ते हैं। जिसकी वजह से सूजन आने लगती है और आर्टरीज में सूजन आने से प्लाक टूटकर खून में थक्का बना सकता है। जिससे हार्ट अटैक आ सकता है।

यहां छुपे होते हैं ये बैक्टीरिया 

रिसर्च में DNA जांच से पता चला कि ये शरीर में आंत, मुंह, लंग्‍स और त्वचा के जरिए पहुंचते हैं। शरीर में इन बैक्टीरिया के पनपने से कई बार लंबे समय में सूजन हो जाती है। 

Bharat Baani Bureau

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