04 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) पेट में गैस बनना एक बेहद सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जब यह समस्या बार-बार और ज़्यादा मात्रा में होने लगे, तो यह केवल असुविधा ही नहीं बल्कि कई बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। पीएसआरआई अस्पताल में स्थित वरिष्ठ सलाहकार, जीआई सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांटेशन डॉ. भूषण भोले, बता रहे हैं कि पेट में गैस बनने से कौन कौन सी परेशानियां हो सकती हैं?

पेट में गैस बनने से हो सकती हैं ये समस्याएं:

  • खट्टी डकार और उल्टी: जब पेट में गैस ज़्यादा बनने लगती है तो यह पेट की परत को प्रभावित करती है, जिससे जलन, खट्टी डकारें और कभी-कभी उल्टी जैसी दिक्कत हो सकती है।  लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए, कम मात्रा में खाना खाने की कोशिश करें, उत्तेजक खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचें, खाने के तुरंत बाद लेटें नहीं, और तनाव कम करें। 
  • इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम: एसिडिटी सीधे तौर पर इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) का कारण नहीं बनती, लेकिन IBS और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के बीच समानता है, और कई लोग दोनों स्थितियों का एक साथ अनुभव करते हैं। दोनों के लक्षणों को जीवनशैली और आहार में बदलाव करके नियंत्रित किया जा सकता है। इस स्थिति में रोगी को लगातार पेट फूलना, कब्ज या दस्त जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • अल्सर और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज: एसिडिटी,  गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज और अल्सर, दोनों का कारण बनती है, हालाँकि ये दोनों अलग-अलग स्थितियाँ हैं। जीईआरडी में पेट का एसिड ऊपर की ओर वापस जाता है, जिससे सीने में जलन होती है, जबकि पेट का अल्सर पेट की परत पर एक खुला घाव होता है, जो अक्सर बैक्टीरिया के कारण होता है, जिससे जलन होती है। 

डॉ. भूषण भोले की मानें तो अगर पेट में गैस कभी-कभी बनती है तो यह सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है और दर्द, कब्ज, उल्टी या वजन कम होने जैसी परेशानी साथ में हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

Bharat Baani Bureau

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