08 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : अमेरिका में भारत के मसले को लेकर दो लॉबी बन चुकी है. ट्रंप समर्थक जहां इसे सही ठहरा रहे हैं, वहीं एक धड़ा अमेरिका की बड़ी गलती मान रहा है. कुछ लोग तो भारत के खिलाफ ट्रंप की नीति का सीधे-सीधे विरोध कर रहे हैं, तो कुछ अलग-अलग तरीकों से इसे गलत ठहरा रहे हैं. इस लिस्ट में टेक दिग्गज एलन मस्क का भी नाम शुमार हो गया है. उन्होंने ट्रंप के करीबी और कारोबारी सलाहकार पीटर नवारो को ऐसी बात कही है कि उन्हें मिर्ची लगने के लिए काफी है.
मशहूर कारोबारी और एक वक्त में डोनाल्ड ट्रंप के करीबी रह चुके एलन मस्क ने रविवार को कहा कि उनका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X वह जगह है जहां लोग खुद तय करते हैं कि सच क्या है. उन्होंने ये टिप्पणी पीटर नवारो के उस विवाद के जवाब में दी है, जहां वे एक्स पर मौजूद कम्युनिटी नोट को लेकर बयानबाजी कर रहे थे. मस्क ने नवारो को सुनाते हुए कहा कि हर कम्युनिटी नोट का Grok AI के जरिये फैक्ट चेक किया जाता है.
एलन मस्क ने नवारो को भरपूर सुनाया
एक्स के मालिक एलन मस्क ने नवारो के मुद्दे को उठाते हुए अमेरिकी मेनस्ट्रीम मीडिया पर सीधा हमला बोला और कहा कि ये संस्थान अब भरोसे के काबिल नहीं रहे और अक्सर झूठ बोलते हैं या उन खबरों को नजरअंदाज़ करते हैं जो उनकी तयशुदा कहानी में फिट नहीं बैठतीं.
मस्क की यह प्रतिक्रिया उस विवाद के बाद आई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने शनिवार को भारत को लेकर गलत जानकारी फैलाई और जब X की कम्युनिटी नोट्स ने उसे ठीक किया तो उन्होंने एक्स पर ही मस्क पर प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया.
क्या है ये पूरा विवाद?
पीटर नवारो ने एक्स पर भारत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. उन्होंने भारत पर यह आरोप लगाया कि वह केवल लाभ के लिए रूस से तेल खरीद रहा है और इस पैसे से रूस यूक्रेन में युद्ध चला रहा है. X की कम्युनिटी नोट ने इस पोस्ट को फैक्ट-चेक कर यह स्पष्ट किया कि भारत की तेल खरीद ऊर्जा सुरक्षा के लिए है, न कि सिर्फ मुनाफे के लिए और भारत किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं कर रहा. इतना ही नहीं ये भी लिखा गया कि अमेरिका खुद रूस से यूरेनियम और अन्य खनिज खरीदता है और ये डबल स्टैंडर्ड है. इसके बाद नवारो भड़क गए और कम्युनिटी नोट को कचरा कहते हुए मस्क पर आरोप लगाया कि वे विदेशी प्रोपेगेंडा को मंच दे रहे हैं.
मस्क ने दिखा दिया आईना
मस्क ने एक यूज़र का पोस्ट री-शेयर किया जिसमें कहा गया कि मेनस्ट्रीम मीडिया अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और अब X जैसे प्लेटफॉर्म रीयल-टाइम, पारदर्शी और फैक्ट चेक समाचार स्रोत बनकर उभरे हैं. मस्क ने इस पर लिखा कि पारंपरिक मीडिया भरोसे के काबिल नहीं हैं.
मस्क ने नवारो को सुनाते हुए लिखा अब लोग खुद तय करते हैं कि नैरेटिव क्या होगा. हर पक्ष की बात यहां सामने आती है, और कम्युनिटी नोट हर किसी को सुधारती है. इसमें कोई अपवाद नहीं है. मस्क के जवाब में पीटर नवारो ने पोल की मांग कर दी और कहा कि क्या इस तरह की विदेशी राय मंच पर दी जानी चाहिए जो अमेरिकी घरेलू राजनीति में हस्तक्षेप करती है.
नवारो का इस तरह भड़कना दिखाता है कि वे भारत को लेकर किस तरह नफरत से भरे हैं कि उससे जुड़े हुए फैक्ट्स भी नहीं सुन सकते.