11 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) क्या आपको दिनभर थकान और कमजोरी बनी रहती है। ऐसा शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। लेकिन अगर आपको इसके साथ पैरों में सूजन आ रही है और पेशाब का रंग भी बदल रहा है तो इन लक्षणों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। ऐसा किडनी फेल या किडनी से जुड़ी बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। ICMR की रिपोर्ट की मानें तो भारत में हर साल करीब 2 लाख से अधिक लोगों की मौत किडनी से जुड़ी बीमारियों से हो रही है। इसलिए किडनी की सेहत को लेकर लापरवाही बरतना मुसीबत में डाल सकता है।
नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. संजीव सक्सेना ने बताया, किडनी की बीमारियां दो तरह की होती हैं। एक अक्यूट किडनी डिजीज और दूसरी क्रॉनिक किडनी बीमारियां। अब दोनों में क्या अंतर होता है ये भी जान लीजिए। अक्यूट किडनी डिजीज अचानक किडनी फंक्शन है जो शारीरिक चोट या किसी इंफेक्शन के कारण पैदा हो सकती है। यह कुछ घंटों या दिनों में विकसित होती है और सही इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है। वहीं क्रोनिक किडनी डिजीज एक लंबे समय में होने वाली बीमारी है जिसमें किडनी लंबे समय तक अपना फंक्शन कम कर देती है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज में क्रोनिक किडनी डिजीज होने का खतरा ज्यादा रहता है।
पेशाब में दिखते हैं किडनी फेल के लक्षण
कई बार किडनी फेल के लक्षण बहुत ही नॉर्मल लगते हैं और लोगों का इस ओर ध्यान ही नहीं जाता है। शुरुआत में किडनी फेल के लक्षण काफी हल्के होते हैं जिन्हें लोग नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अगर आपके पेशाब के पैटर्न में बदलाव आने लगे। पेशाब का रंग बदलने लगे या पेशाब से कभी खून आए तो ये किडनी की बीमारी का लक्षण हो सकता है।
किडनी फेल होने के लक्षण
किडनी फेल होने के लक्षणों में शरीर में बहुत ज्यादा थकान और कमज़ोरी महसूस होना है। ऐसे लोगों के पैरों में सूजन की समस्या बढ़ जाती है। पेशाब में बदलाव दिखता है। अगर ये लक्षण दिखाई दें तो आपको डॉक्टर को जरूर दिखा लेना चाहिए।
किडनी को स्वस्थ कैसे रखें?
किडनी को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है। आपको नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, कम नमक, कम चीनी और भरपूर पानी पीने की आदत बनाने की जरूरत है। ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच करवाते रहना जरूरी है। क्योंकि इनसे किडनी की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
किडनी के लिए खराब आदतें क्या हैं?
लाइफस्टाइल में बदलाव के अलावा भी ऐसे कई उपाय हैं जिससे किडनी को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके लिए धूम्रपान छोड़ना सबसे प्रभावी तरीका है। स्मोकिंग न केवल फेफड़ों को बल्कि किडनी के कामकाज को भी प्रभावित करके उन्हें नुकसान पहुंचाती है। ज्यादा शराब पीने से बचना चाहिए। इससे हाई ब्लड प्रेशर और दूसरी समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा नमक और चीनी का सेवन भी किडनी के लिए ठीक नहीं है।