11 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में हमास लीडर्स के चक्कर में कतर की राजधानी दोहा पर हमला कर दिया था. इस हमले के बाद इजरायली पीएम ने सीधे-सीधे धमकी दी है कि अगर हमास नेताओं को कतर ने पनाह दी तो आगे भी वो ऐसी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा. हालांकि नेतन्याहू को दोहा हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने इस हमले की तुलना अमेरिका की लादेन पर की गई कार्रवाई से की है, जो 11 सितम्बर 2001 के आतंकवादी हमलों के बाद पाकिस्तान में छिपा बैठा था. नेतन्याहू का कहना है कि वह अमेरिका की तरह आतंकियों को जहां भी हों, जहन्नुम में पहुंचाएगा. आपको बता दें कि कतर ने हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्यों को आश्रय दिया है.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीजफायर की सारी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए कतर को धमकाया है. नेतन्याहू ने सीधे-सीधे कहा है कि अगर कतर हमास के नेताओं को भगाता नहीं है तो उसे वैसी ही कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा, जैसी अमेरिका ने लादेन पर की थी. उन्होंने ये सवाल किया है कि अगर पाकिस्तान में घुसकर 9/11 के अपराधी को ढेर करना सही था तो दोहा में हमास के आतंकियों पर हमला करना गलत कैसे?

कतर ने दी है हमास नेताओं को शरण

साल 2012 से ही कतर में हमास ने अपने पॉलिटिकल विंग का दफ्तर खोल रखा है. कहा जाता है कि गाजा में हमास का राज कतर की राजधानी दोहा से ही चलता रहा है. ऐसे में हमास को जड़ से उखाड़ने की कसम खा चुके नेतन्याहू ने कतर को हड़काया है कि अगर वो हमास के लोगों को अपने देश से बाहर नहीं करेगा, तो उन्हें वहां घुसकर न्याय करना होगा. नेतन्याहू ने कहा कि अगर कतर इसे बचना चाहता है तो हमास लीडर्स को या तो बाहर करे या फिर खुद ही उन्हें मार डाले. मंगलवार को इजरायल ने कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं को निशाना बनाते हुए एक हवाई हमला किया था. इस हमले का मकसद था हमास के उन चीफ लीडर्स को मारना था, जो अमेरिकी मध्यस्थता वाले संघर्ष विराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे.

अमेरिका करे तो ताली, हम करें तो गाली
नेतन्याहू यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने दोहा में अटैक को अमेरिका के 9/11 हमले के बदले से जोड़कर रहा कि अमेरिका ने भी अफगानिस्तान में हमला किया था क्योंकि ओसामा बिन लादेन और उसे शरण देने वाले आतंकी संगठन अलकायदा ने वहीं शरण ले रखी थी. उन्होंने कहा – ‘हम वही कर रहे हैं, जो अमेरिका ने किया था. जैसे उसने अफगानिस्तान में घुसकर आतंकी मारे थे और पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन को ढेर किया था.’ उन्होंने कहा कि दुख की बात ये है कि लादेन के मारे जाने पर जो देश अमेरिका की तारीफ कर रहे थे, वे हमारे एक्शन पर आलोचना कर रहे हैं.

क्यों शुरू हुआ हमास-इजरायल का विवाद?

हमास-इजरायल के बीच सीधी लड़ाई तब शुरू हुई, जब हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायली सीमा में घुसकर यहूदियों पर हमला किया था. इजराइल के इतिहास का ये सबसे गंभीर और घातक हमला था. हजारों हमास के लड़ाकों ने इजरायली नागरिकों और सैनिकों पर गोलीबारी और बमबारी की. इतना ही नहीं हमले के दौरान महिलाओं से रेप और अपहरण जैसी जघन्य घटनाएं भी हुईं. इस हमले का बदला लेने के लिए इजरायल, हमास के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है.

Bharat Baani Bureau

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