15 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : देश के करोड़ों करदताओं के लिए इनकम टैक्स भरने की डेडलाइन आज पूरी हो रही है. इस बीच सोशल मीडिया पर दावे किए जा रहे हैं कि इस डेडलाइन को 15 सितंबर से बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया गया है. इनकम टैक्स विभाग के नाम से किए जा रहे इन दावों पर लाखों लोग अपना रिएक्शन भी दे रहे हैं. ऐसे में अभी तक आईटीआर नहीं भरने वाले लाखों करदाताओं के मन में यह सवाल उठना शुरू भी हो गया है कि क्या इस दावे में कोई सच्चाई है या फिर सोशल मीडिया पर झूठा दावा किया जा रहा है.
इनकम टैक्स कानून के तहत अगर तय समय के भीतर करदाताओं ने अपना आईटीआर दाखिल नहीं किया तो उन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि करदाता अपना आईटीआर तय समय के भीतर ही दाखिल कर दें. आयकर विभाग ने इस बार आईटीआर भरने की डेडलाइन को 15 सितंबर कर दिया था, जो अमूमन 31 जुलाई तक ही रहता है. आज 15 सितंबर होने की वजह से आईटीआर भरने की डेडलाइन भी है, लेकिन इससे पहले सोशल मीडिया पर इसकी डेट बढ़ने का दावा किया जा रहा है.
आयकर विभाग ने बताई सच्चाई
इनकम टैक्स विभाग ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे इस दावे को लेकर विभाग ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. आयकर विभाग ने कहा है कि आकलन वर्ष 2025-26 के लिए किए जा रहे आईटीआर भरने की डेडलाइन बढ़ने के दावे फर्जी हैं. इसकी डेडलाइन पहले की तरह ही 15 सितंबर है. विभाग ने साफ कहा है कि सोशल मीडिया पर किए जा रहे डेडलाइन बढ़ाने के दावों में कोई सच्चाई नहीं है. विभाग ने अपील की है कि करदाता किसी भी तरह की जानकारी के लिए सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर दी जाने वाली सूचनाओं पर ही भरोसा करें.
विभाग ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट
इनकम टैक्स विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘एक फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है कि आईटीआर भरने की डेडलाइन को बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया गया है, जो पहले 15 सितंबर थी. लेकिन, इस डेडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है और अभी 15 सितंबर तक ही व्यक्तिगत और एचयूएफ करदताओं के लिए आईटीआर भरने की आखिरी तारीख है. करदाताओं से अपील की जाती है कि वे सही जानकारी के लिए सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट पर दी जाने वाली जानकारियों पर ही भरोसा करें
अब तक कितने आईटीआर फाइल
आयकर विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, आकलन वर्ष 2025-26 में अभी तक 6 करोड़ से ज्यादा आईटीआर दाखिल किए जा चुके हैं. पिछले कुछ साल में आईटीआर भरने की वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. इसकी वजह कम्प्लायंस को लेकर की जा रही सख्ती और टैक्स का दायरा बढ़ना है. आकलन वर्ष 2024-25 में अभी तक रिकॉर्ड 7.28 करोड़ आईटीआर भरे जा चुके हैं. इससे पहले वाले आकलन वर्ष में 6.77 करोड़ आईटीआर भरा गया था. इस लिहाज से देखा जाए तो पिछले आकलन वर्ष में 7.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी.
सारांश:
आयकर रिटर्न (ITR) भरने की अंतिम तिथि पहले 15 सितंबर थी, जिसे बढ़ाकर अब 30 सितंबर कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में फैल रहे दावों में कुछ सच और कुछ भ्रम हैं।