18 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम दुनिया के किसी भी दूसरे मैदान से अलग है. यहां हाई कैच लेना बेहद मुश्किल है. समझ लीजिए नजर हटी-दुर्घटना घटी..!! इस स्टेडियम में कैच लेना क्यों मुश्किल है और इससे कैसे निपटना है, चलिए भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच टी. दिलीप से समझते हैं.

भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच टी. दिलीप ने कहा है कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में हवा में लहराने वाले हाई कैच इस वजह से मुश्किल होते हैं क्योंकि यहां फ्लडलाइट्स आम स्टेडियम के मुकाबले अलग तरीके से लगे हैं.

दुबई स्टेडियम में उसके गोल छत के चारों ओर हाई पावर फ्लड लाइट्स लगाई गई है जबकि दुनिया भर के क्रिकेट स्टेडियमों में पारंपरिक रूप से खंभों पर लगाई जाने वाली लाइट्स का इस्तेमाल किया जाता है. दिलीप ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा:
दुबई स्टेडियम में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों में से एक यह है कि रोशनी थोड़ी अलग होती है. यह आग के वृत्त (रिंग ऑफ फायर) की तरह होती है जो मूल रूप से गुंबद में होती है न कि खंभों पर, जैसा कि हम आमतौर पर देखते हैं.

टी दिलीप की माने तो ऐसी परिस्थितियों में सबसे बड़ी चुनौती बाउंड्री पर कैच लेने की होती है. ऐसे कैच तभी पकड़े जा सकते हैं, जब खिलाड़ी पूरी तरह गेम पर फोकस हो और गेंद पर फौरन रिस्पॉन्स करे. हैदराबाद का रहने वाला यह कोच उस समय से भारतीय टीम से जुड़ा हुआ है जब राहुल द्रविड़ मुख्य कोच थे.उन्होंने कहा, ‘हमें जीवन भर सिखाया गया है कि हमेशा गेंद पर नजर रखो. जैसे ही आप एक पल के लिए भी गेंद नहीं देख पाते तो आप घबरा जाते हैं इसलिए, अभ्यास सत्रों में हम अलग-अलग तरीके से अभ्यास करने की कोशिश करते हैं, खिलाड़ियों को धीरे-धीरे एहसास होता है कि अगर आप तेज रोशनी में एक पल भी गंवा देते हैं तो फिर कैच लेने के लिए आपके पास बहुत कम समय बचता है.’

Bharat Baani Bureau

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