23 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : HSBC के फ्लैश इंडिया कॉम्पोजिट आउटपुट इंडेक्स के अनुसार, जो भारत के निर्माण और सेवा सेक्टर के संयुक्त प्रदर्शन को मापता है, सितंबर में 61.9 पर आ गया, जबकि अगस्त में यह 63.2 था। यह आंकड़ा मामूली धीमी वृद्धि को दर्शाता है, लेकिन देश की अर्थव्यवस्था में विस्तार की गति अभी भी मजबूत बनी हुई है। पिछले दो साल में यह रीडिंग दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन है।

कारखानों का उत्पादन सेवाओं की तुलना में तेजी से बढ़ा, हालांकि दोनों सेक्टरों में वृद्धि की गति थोड़ी धीमी हुई।

HSBC के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, “मैन्युफैक्चरिंग PMI में थोड़ी मंदी आई है, लेकिन इसकी वृद्धि दर अभी भी मजबूत बनी हुई है। अमेरिका द्वारा भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने से अगस्त-सितंबर में नए निर्यात आदेशों में वृद्धि धीमी रही। हालांकि, 2025 की शुरुआत से अमेरिका के लिए निर्यात पहले ही बढ़ा दिया गया था। वहीं, घरेलू नए ऑर्डर पिछले दो महीनों में बढ़े हैं, शायद कम GST दरों की घोषणा के कारण। कुल मिलाकर, उच्च टैरिफ का असर अब तक कम कर दी गई टैक्स दरों ने कुछ हद तक संतुलित कर दिया है।”

सारांश:
सितंबर में भारत का फ्लैश पीएमआई 61.9 दर्ज किया गया, जो अभी भी मजबूत वृद्धि दिखाता है लेकिन पिछले महीने की तुलना में वृद्धि की रफ्तार में थोड़ी मंदी आई है।

Bharat Baani Bureau

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