24 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक में दुनिया के अलग-अलग देशों से लोग पहुंचे. यहां सबने अपनी-अपनी बात रखी. इस अंतरराष्ट्रीय मंच का इस्तेमाल करके भारत ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया. भारत ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार मंच का दुरुपयोग करता है और भारत के खिलाफ बेबुनियाद बयानबाजी करता रहा है. ऐसे में भारतीय प्रतिनिधि ने उसे आईना दिखाते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने ही नागरिकों पर बम गिराता है.

भारत के प्रतिनिधि क्षिति‍ज त्यागी ने अपने बयान में कहा – ‘एक ऐसा देश, जो इस मंच की भावनाओं के विपरीत है, लगातार भारत के खिलाफ झूठे और भड़काऊ बयान देता है. बेहतर होगा कि वो भारत की जमीन पर गैर-कानूनी कब्जा छोड़कर अपनी तबाह होती अर्थव्यवस्था, सेना के दबाव में दबे लोकतंत्र और मानवाधिकारों की शर्मनाक स्थिति पर ध्यान दे.’

अपनी अवाम को मारते हो, फिर …

क्षितिज त्यागी यहीं नहीं रुके, उन्होंने सीधे-सीधे पाकिस्तान को कहा कि उसे पहले आतंकवाद फैलाना बंद करना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह देना छोड़ना चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान की हालिया एयरस्ट्राइक पर उसे आड़े हाथों लेते हुए याद दिलाया- ‘पाकिस्तान ने हाल ही में खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के मात्रे दारा गांव में अपने ही लोगों पर हवाई हमला किया, जिसमें बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिक मारे गए.’ ऐसे में उसके मुंह से मानवाधिकार का ज्ञान अच्छा नहीं लगता, जो अपनी अवाम की जान और अच्छी लाइफस्टाइल की परवाह न करता हो.

खैबर-पख्तूनख्वा में पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक
सोमवार को रात 2 बजे पाकिस्तानी वायुसेना के JF-17 विमानों ने आठ LS-6 बम गिराए, जिसमें करीब 30 लोगों की जान चली गई थी. मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. इस हमले के बाद गांव से भयावह तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिसमें सुनाई देने वाली चीखें दिल चीर देने वाली थीं. इसी हमले को लेकर भारत ने उसे आईना दिखाया है क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने इस घटना पर कोई सीधा और स्पष्ट जवाब नहीं दिया था.

क्यों किया घर में एयरस्ट्राइक?

पाकिस्तान के कबायली इलाके और खैबर पख्तूनख्वा में विद्रोह की जड़ें 2001 से जुड़ी हैं, जब अमेरिका के हमले के बाद अल-कायदा और तालिबान लड़ाके अफगानिस्तान से भागकर पाकिस्तान में शरण लेने लगे. 2007 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान बनी और ये पूरा इलाका ही उनके प्रभाव में आ गया. पाकिस्तानी सेना इसे आतंकवाद मानता है और उसने ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज़्ब (2014) और ऑपरेशन रद्द-उल-फसाद (2017) चलाकर दावा किया कि वो आतंकवाद को खत्म कर चुका है. हालांकि खुद पाकिस्तान, भारतीय सीमा के नजदीक आतंकवाद फैलाने वाले आतंकियों को पनाह देता है.

सारांश:
UNHRC में भारत के प्रतिनिधि ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जो देश अपनी जनता पर अत्याचार करता है, वह भारत को मानवाधिकार की शिक्षा देने का अधिकारी नहीं है।

Bharat Baani Bureau

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