नई दिल्ली 13 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . भारत और वेस्टइंडीज के बीच अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दो मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में कुलदीप यादव ने पहली पारी में पंजा खोला. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 5 विकेट लेकर टीम को 270 रन की अहम बढ़त दिलाई. भारत के अनुभवी स्पिनर कुलदीप यादव ने साफ किया कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह एक महीने बाद या एक साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में पांच विकेट लेने के बाद यह बात कही.
उत्तर प्रदेश में जन्मे इस स्पिनर को इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 की पांच टेस्ट मैचों की पूरी सीरीज में बेंच पर बैठाया गया था. कुलदीप हाल ही में खत्म हुए एशिया कप 2025 में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. इस सीरीज में भी अब तक नौ विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए हैं. पांच विकेट लेने के बाद इस बाएं हाथ के स्पिनर ने कहा कि जब भी उन्हें गेंद मिलती है, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं.
कुलदीप यादव ने भारत और वेस्टइंडीज के दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन के बाद कहा, “जो भी गेंद मुझे मिलती है, मुझे बस गेंदबाजी करनी है. और जो भी फॉर्मेट मैं खेलता हूं, बस अपना सर्वश्रेष्ठ देना है. काफी लंबे समय बाद पांच विकेट लेना खास था. आपको मैदान पर जादू करना होता है. यही मैं हमेशा सोचता हूं. और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं 18 महीने बाद खेलूं या एक महीने बाद. तो, यह मेरे लिए बहुत साफ था.”
कुलदीप यादव ने इतिहास रच दिया
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव ने बाएं हाथ के कलाई के स्पिनरों द्वारा सबसे ज्यादा टेस्ट में पांच विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड बराबर कर दिया. उन्होंने जॉनी वार्डल के रिकॉर्ड की बराबरी की. पूर्व इंग्लैंड के गेंदबाज जॉनी वार्डल ने बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स और कलाई दोनों से गेंदबाजी की थी.
टेस्ट में बाएं हाथ के कलाई के स्पिनरों द्वारा सबसे ज्यादा पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड:
5 – कुलदीप यादव (15 मैच)
5 – जॉनी वार्डल (28 मैच)
4 – पॉल एडम्स (45 मैच)
सारांश:
कुलदीप यादव ने शानदार 5 विकेट लेने के बावजूद टीम से बाहर किए जाने पर अपना दर्द साझा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस निर्णय के पीछे किसके इरादे थे और अपने गुस्से और निराशा को व्यक्त किया।