13 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) घर में तुलसी लगाना शुभ माना जाता है। पूजा-पाठ में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है और इसका विशेष धार्मिक महत्व है। लेकिन सिर्फ पूजा ही नहीं आयुर्वेद में भी तुलसी को बेहद अहम जड़ी बूटी माना गया है। कई आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के पत्ते और उसका रस दोनों ही गुणकारी हैं। आप इन्हें चबाकर खा सकते हैं या फिर तुलसी के पत्तों का जूस निकालकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सर्दी जुकाम से लेकर कान के दर्द तक में तुलसी का रस असरदार दवा का काम करता है। वहीं रोजाना तुलसी के पत्ते चबाकर खाने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
घर में तुलसी लगाना शुभ माना जाता है। पूजा-पाठ में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है और इसका विशेष धार्मिक महत्व है। लेकिन सिर्फ पूजा ही नहीं आयुर्वेद में भी तुलसी को बेहद अहम जड़ी बूटी माना गया है। कई आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के पत्ते और उसका रस दोनों ही गुणकारी हैं। आप इन्हें चबाकर खा सकते हैं या फिर तुलसी के पत्तों का जूस निकालकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सर्दी जुकाम से लेकर कान के दर्द तक में तुलसी का रस असरदार दवा का काम करता है। वहीं रोजाना तुलसी के पत्ते चबाकर खाने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
सारांश:
तुलसी के पत्ते और तुलसी का रस दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। तुलसी के पत्ते को चबाने या रस के रूप में लेने से सर्दी-जुकाम, खांसी, पाचन संबंधी परेशानियों और अन्य बीमारियों में घरेलू उपचार के तौर पर लाभ मिलता है।