20 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) सर्दियों में हल्दी वाला दूध सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर मजबूत बनता है। सर्दी जुकाम की समस्या भी दूर होती है। हालांकि हल्दी वाला दूध सही तरीके से बनाने से ज्यादा फायदा मिलता है। ज्यादातर लोग हल्दी वाला दूध बनाने में ये गलती कर बैठते हैं। डॉक्टर से जानिए हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका क्या है?
एम्स, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ट्रेंड और कैलिफोर्निया स्थित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने वीडियो शेयर कर बताया है कि हल्दी वाला दूध कैसे बनाना चाहिए।
हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका
इसके लिए 1 कप दूध लें। अगर आप गाय भैंस का दूध ले रहे हैं तो इसे उबाल लें। अगर आप प्लांट बेस्ड मिल्क जैसे बादाम का तेल या सोया मिल्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे सिर्फ हल्का गर्म करें। प्लांट मिल्क को उबालने की जरूरत नहीं होती है। अब दूध में आधा चम्मच पिसी हुई हल्दी डाल दें। सिर्फ हाफ टी स्पून हल्दी ही सेहत के लिए काफी है। अब इसमें 1 पिंच काली मिर्च का पाउडर डालें। यही 99% लोग नहीं करते जिससे हल्दी वाले दूध का भरपूर फायदा नहीं मिल पाता है। हल्दी वाले दूध में काली मिर्च पाउडर मिलाकर पीने से शरीर इसके पोषक तत्वों को ज्यादा और जल्दी सोखता है। इससे शरीर हल्दी वाले दूध के 2000 प्रतिशत फायदे सोख लेता है। हल्दी वाले दूध को और फायदेमंद बनाने के लिए इसमें एक चौथाई टी स्पून दालचीनी पाउडर मिला दें। आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं।
हल्दी वाला दूध पीने के फायदे
इस दूध को पीने से शरीर में आ रही सूजन दूर हो जाएगी। ये हल्दी वाला दूध ब्लड शुगर को कम करने में मदद करेगा। हल्दी वाला दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। हल्दी तासीर में गर्म होती है। आप सर्दियों में हल्दी वाला दूध पी सकते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से शरीर में वात, पित्त और कफ का बैलेंस बना रहता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद माना जाता है। सर्दी, खांसी और गला खराब होने पर हल्दी वाला दूध फायदा करता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो इंफेक्शन से बचाते हैं।
सारांश:
डॉक्टर ने बताया कि 99 प्रतिशत लोग हल्दी वाला दूध बनाते समय सामान्य गलती कर देते हैं, जिससे इसका पूरा स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पाता। सही तरीका अपनाना जरूरी है।