21 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने पहुंचे थे, तो उनके सुर कुछ अलग थे. उनका सारा फोकस युद्ध में रूस को टक्कर देने पर था, वो रूस के आर्थिक स्रोत को खत्म करने के अलावा अमेरिकी घातक हथियारों को लेने की उम्मीद कर रहे थे. हालांकि जब वे व्हाइट हाउस में ट्रंप से मिलकर वापस आए, तो उनका अंदाज जरा बदला हुआ था. वे शांति की बातें कर रहे थे.

जेलेंस्की ने ट्रंप के उस सुझाव का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस और यूक्रेन को जहां हैं, वहीं रुक जाना चाहिए और शांति वार्ता शुरू करनी चाहिए. ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि मिस्टर प्रेसिडेंट सही हैं. यह जरूरी है कि लड़ाई रोकें और फिर बातचीत करें. दूसरी तरफ ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने दोनों देशों से हत्या बंद करके समझौते की बात की है.

क्या ट्रंप-पुतिन की हुई डील?

जेलेंस्की जब ट्रंप से मुलाकात के लिए यूक्रेन से अमेरिका आ रहे थे, उसी बीच डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. लंबी चली इस कॉल को उन्होंने प्रोडक्टिव बताया और दोनों नेता हंगरी के बुडापेस्ट में मिलने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले पुतिन को लेकर कई स्टेटमेंट दे चुके हैं और उन्होंने रूस की अर्थव्यवस्था को ठप करने के लिए खासी मशक्कत भी की है. वहीं यूक्रेन को टॉम हॉक क्रूज मिसाइलें देने का शिगूफा भी ट्रंप का छोड़ा हुआ है लेकिन अब वो इसे जेलेंस्की को देने के मूड में नहीं दिखे. पुतिन को हथियारों की धमकी देकर भी ट्रंप वाकई इसे जेलेंस्की को सौंपना नहीं चाहते. तो क्या पुतिन-ट्रंप पिछली अलास्का मीटिंग की तरह ही कोई प्लान तैयार कर चुके हैं, जिससे जेलेंस्की अनजान हैं,

इतिहास तय करेगा कौन सही और गलत
इजरायल-हमास का युद्ध रुकवाने के बाद शांति का झंडा थामे ट्रंप ने जेलेंस्की को भी यही सलाह दी है कि मामले को शांति से ही हल करें. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा भी है – ‘दोनों खुद को विजेता मानें — इतिहास तय करेगा कौन सही था.’ जेलेंस्की से जब हथियारों को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया, तो वे गोलमोल कर गए और कहा, ‘हमने लंबी दूरी के हथियारों पर बात की, लेकिन इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते क्योंकि अमेरिका अभी इस पर खुलकर बात नहीं करना चाहता.’ एनबीसी न्यूज़ से बात करते हुए ज़ेलेंस्की ने बताया कि ट्रंप ने टॉमहॉक मिसाइलें (Tomahawk missiles) देने से इनकार नहीं किया लेकिन हां भी नहीं कही. उन्होंने कहा कि ट्रंप रूस के साथ तनाव बढ़ने से चिंतित हैं, जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इन मिसाइलों से डरते हैं.

सारांश:
जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अपने विमान में थे, तभी अमेरिका ने रूस के पुतिन के साथ एक समझौते को रोक दिया। अमेरिका ने टॉमहॉक मिसाइल का संकेत देकर इस डील को रुकवाया, जिससे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई।

Bharat Baani Bureau

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