21 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) यूरोपीय देश फ्रांस की राजनीति में तब हलचल मच गई, जब वहां के एक्स-प्रेसिडेंट को साल 2007 के मामले में जेल की सजा मिली. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी देश के ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो जेल की सजा काटेंगे. मंगलवार से पेरिस की ला सैंटे जेल में उनकी पांच साल की सजा शुरू हो सकती है. माना जा रहा है कि उन्हें जेल काटने के लिए एक खास सेक्शन में रखा जाएगा, जिसे आम बोलचाल की भाषा में वीआईपी सेक्शन कहा जाता है.

सरकोजी को वर्ष 2007 के अपने चुनाव प्रचार अभियान को लीबिया से मिले धन से वित्तपोषित करने के आपराधिक षड्यंत्र रचने का दोषी पाए गया है. हालांकि पूर्व राष्ट्रपति ने खुद को निर्दोष बताया है. सारकोजी को उसी जेल में रखा जाएगा जहां 19वीं सदी के बाद से कुछ सबसे हाई-प्रोफाइल कैदी रहे हैं. सारकोजी ने ‘ले फिगारो’ अखबार को बताया कि उन्हें एकांत कारावास में रखे जाने की उम्मीद है.

पेरिस के न्यायाधीश ने एक अभूतपूर्व फैसला सुनाते हुए कहा था कि सारकोजी अपनी अपील की सुनवाई की प्रतीक्षा किए बिना जेल की सजा काटना शुरू कर देंगे. इस पर पूर्व राष्ट्रपति ने खुद को बेकसूर बताया और अपील लंबित रहने तक जेल में रखने के फैसले का विरोध किया है. जेल में सुरक्षा कारणों से उन्हें अन्य सभी कैदियों से दूर रखा जाएगा या एक और संभावना यह है कि उन्हें जेल के संवेदनशील कैदियों वाले हिस्से में रखा जाए, जिसे आम बोलचाल की भाषा में वीआईपी सेक्शन कहा जाता है.

सारकोजी ने ‘ला ट्रिब्यून डिमांचे’ अखबार को बताया कि ‘मुझे जेल जाने से डर नहीं लगता. मैं अपना सिर ऊंचा रखूंगा, ला सैंटे के दरवाजे के सामने भी. मैं अंत तक लड़ूंगा.’ ‘ला ट्रिब्यून डिमांचे’ की खबर के अनुसार सारकोजी ने अपने बैग में कपड़े और पारिवार से जुड़ी 10 तस्वीरें रखी हैं जिन्हें उन्हें अपने साथ ले जाने की अनुमति मिली है. आपको बता दें कि निकोलस सरकोजी साल 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे. उन्होंने 6 मई 2007 को पद संभाला था और 15 मई 2012 को उनका कार्यकाल समाप्त हुआ. वे फ्रांस की राजनीति के सबसे चर्चित राष्ट्रपतियों में शुमार रहे हैं. उनके बाद फ्रांस्वा ओलांद फ्रांस के राष्ट्रपति बने थे.

सारांश:
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराया गया है और उन्हें 5 साल की सजा सुनाई गई है। उनकी सजा VIP जेल में एकांत कारावास में काटने का आदेश दिया गया है।

Bharat Baani Bureau

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