23 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जिस आतंकी संगठन के हेडक्वॉर्टर को धमाके से उड़ाया था, उसके आतंकी फिर से सिर उठाने लगे हैं. खबरें हैं कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की 2 नवंबर को एक बड़ी रैली होने वाली है. आतंकवादियों का मेला पाकिस्तान की सरजमीं पर लगेगा और हमेशा की तरह पाकिस्तान की फौज भी उनके साथ खड़ी होगी. फिर संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच से वो आतंकवाद से पीड़ित होने का दावा करेंगे.
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी मेला इसलिए भी अहम है क्योंकि ये ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई कार्रवाई के बाद पहली बार हो रहा है. इस रैली का मकसद का ये है कि लश्कर अपने खात्मे के बाद दोबारा ताकत दिखा रहा है. वो ये दिखाने की कोशिश करेगा कि उसके आतंकी मंसूबे खत्म नहीं हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक रैली का आयोजन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में किया जा रहा है और इसमें लश्कर-ए-तैयबा और हाफिज सईद से जुड़े कई गुटों के आतंकी शामिल होंगे.
पहलगाम के कसूरवार की ब्रांडिंग
पहलगाम हमले को दुनिया के अलग-अलग मंचों पर आतंकवादी हमला करार दिया गया है, लेकिन सबसे खास बात यह है कि लश्कर-ए-तैयबा की इस रैली के पोस्टर में पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड सैफुल्ला कसूरी की तस्वीर लगाई गई है. कुल मिलाकर उसकी ब्रांडिंग की जा रही है, मानो उसने 26 मासूमों की जान लेकर कोई बड़ा महान काम किया है. खुफिया सूत्र बताते हैं कि इस कार्यक्रम में हाफिज सईद का एक संदेश भी पढ़ा जाएगा, जो अक्सर लश्कर की रैलियों में होता है. माना जा रहा है कि पाकिस्तान में यह रैली जिहादी नेटवर्क को दोबारा मजबूत करने की कोशिश का हिस्सा है.
आतंकवाद का केंद्र है पाकिस्तान
पाकिस्तान में लश्कर का यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब पाकिस्तान खुद को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद से पीड़ित बता रहा है. संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली की तीसरी कमेटी में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मोहम्मद जावेद अजमल ने दावा किया कि भारत पर हमला करने वाले आजादी की ला़ई ल़ रहे हैं क्योंकि वो विदेशी कब्जे से छूटना चाहते हैं. इस पर भारत की ओर से फर्स्ट सेक्रेटरी रघू पुरी ने उसे आईना दिखाते हुए कहा कि वो पाकिस्तान ही है, जो आतंकवाद का गढ़ है. पुरी ने कहा कि दुनिया में सब जानते हैं कि पाकिस्तान में आतंकवाद पलता है. ये दोहरा और हिपोक्रेटिक व्यवहार दिखाता है. वो मासूम नागरिकों पर आतंकवादी हमले करता है
सारांश:
पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बड़ी आंतकी जमघट होने जा रही है। लश्कर-ए-तैयबा अपनी नई योजना को अंजाम देने की तैयारी में है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए अलर्ट जारी है।