24 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बार जो किया है, वो कोई सोच भी नहीं सकता. अमेरिका ने हाल ही में कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं समाप्त करने का ऐलान किया है. ट्रंप ने यह फैसला सिर्फ एक टीवी विज्ञापन को लेकर किया गया है, जो अमेरिका के टैरिफ वॉर को टार्गेट कर रहा था. ट्रंप ने इस विज्ञापन को बेहद आपत्तिजनक और न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप बताया गया है.

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TruthSocial पर इस विज्ञापन के बारे में लिखते हुए ऐलान किया कि वे कनाडा से अपनी व्यपारिक वार्ताएं रद्द कर रहे हैं. ट्रंप ने लिखा- ‘कनाडा ने एक फर्जी विज्ञापन बनाया है जिसमें रोनाल्ड रीगन को इस तरह दिखाया गया मानो वे टैरिफ के खिलाफ बोल रहे हों. यह पूरी तरह झूठ है और अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट को प्रभावित करने की कोशिश है.’ उन्होंने कहा कि इसी धोखे भरे व्यवहार की वजह से कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं तुरंत खत्म की जा रही हैं.

कनाडा पर कितना है अमेरिकन टैरिफ?

विज्ञापन से जुड़ा हुआ ये विवाद उस समय भड़का जब कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने हाल ही में कहा था कि वे अमेरिका के बाहर अपने देश का निर्यात दोगुना करना चाहते हैं, ताकि ट्रंप की व्यापार नीतियों से होने वाले नुकसान को संतुलित किया जा सके.दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने कनाडा से आने वाले सामान पर 35 फीसदी का आयात शुल्क लगाया है. हालांकि अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते (USMCA) के तहत कुछ वस्तुओं को छूट दी गई है लेकिन मेटल और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर्स पर अलग-अलग से टैरिफ लगाए गए हैं.

क्या है विज्ञापन में?
कनाडा का विवादित विज्ञापन ओंटारियो सरकार ने बनाया है और इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की 1987 की एक स्पीच के एडिटेड ऑडियो का इस्तेमाल किया गया है. रीगन फाउंडेशन ने कहा है कि इस विज्ञापन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी और इसे भ्रामक तरीके से एडिट किया गया है. अब वे इस पर कानूनी कार्रवाई करने पर भी विचर कर रहे हैं. ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने सोशल मीडिया पर विज्ञापन साझा करते हुए लिखा कि हम हर संभव तरीका अपनाएंगे ताकि अमेरिकी टैरिफ का विरोध कर सकें. समृद्धि का रास्ता सहयोग से ही निकलता है. हालांकि अब ये मामले दोनों देशों केबीच नए तनाव की वजह बन चुका है.
सारांश:
डोनाल्ड ट्रंप ने एक विज्ञापन विवाद के चलते कनाडा के साथ चल रही ट्रेड डील को रोकने की धमकी दी। उनके इस कदम से व्यापार समझौता लटक गया और दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। ट्रंप ने इसे “बर्दाश्त करने लायक नहीं” बताया।

Bharat Baani Bureau

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