28 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : अपर बॉडी में हार्ट, लंग,लिवर, ब्रेन की सेहत का ख्याल तो सब रखते हैं। लेकिन लोअर बॉडी पर इतना ध्यान नहीं देते। जबकि चलने-फिरने से लेकर उठने बैठने तक का ज़िम्मा पैरों और टांगों पर ही होता है। ऐसे में इस वजह से अक्सर साइटिका और वैरिकोज़ वेन्स की प्रॉब्लम, फ्लैट फुट, अंगूठे टेढ़े होने की समस्या बढ़ जाती है। वैरिकोज़ वैन्स में तो इस कदर नसों में दर्द-जलन होती है कि खड़े रहना तक मुश्किल हो जाता है। देश में करीब 30 करोड़ लोगों को नसों की ये बीमारी है तो 15 लाख से ज़्यादा मरीज़ घुटने का दर्द झेल रहे हैं। साइटिका की परेशानी स्पाइन की वजह से होती है लेकिन ये पैर को भी अफेक्ट करती है। सीधा चलना तक दुश्वार हो जाता है, देश में हर साल लाखों लोग इस बीमारी की गिऱफ्त में आते हैं। इसलिए आज स्वामी रामदेव पैरों टांगो के पॉश्चर से लेकर घुटनों की स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए योगाभ्यास और रामबाण उपाय बताएंगे ताकि ज़िंदगी में रेस में आपके कदम रुकने ना पाएं।
साइटिका से छुटकारा पाने के लिए क्या करें?
साइटिका के दर्द से छुटाकरा पाने के लिए बैठते समय गर्दन को सीधा रखें। नर्म गद्दे की जगह तख्त पर सोएं। डाइट में विटामिन डी और कैल्शियम लें। स्मोकिंग कैफीन का सेवन बंद कर दें। इसके अलावा आप गर्म हल्दी दूध-शहद पीएं। हल्दी-नारियल पेस्ट लगाएं। शहद डालकर अदरक चाय पीएं। तिल के तेल से मसाज करे
वैरिकोज़ वेन्स में ये चीजें हैं फायदेमंद:
वैरिकोज़ की परेशानी दूर करने के लिए एप्पल विनेगर, जैतून के तेल से मालिश करें और बर्फ से नसों पर मसाज करें। वैरिकोज़ को दूर करने के लिए गिलोय, अश्वगंधा, गुग्गुल, गोखरू और पुनर्नवा का भी इस्तेमाल करें। वैरिकोज़ वेन्स का इल्ज़ज करने के लिए कपिंग थेरेपी, लीच थेरेपी , मिट्टी लेप और रश्मि चिकित्सा कर सकते हैं। वैरिकोज़ में आप नसों पर अदरक पेस्ट, पिपली पेस्ट और जायफल पेस्ट लाग्स सकते हैं।
जोड़ों में दर्द होने पर करें ये काम
जोड़ों में दर्द होने पर प्रोसेस्ड फूड, ग्लूटेन फूड, अल्कोहल और ज्यादा चीनी-नमक का सेवन एकदम बंद कर दें। साथ ही वजन ना बढ़ने दें, स्मोकिंग से बचें और अपना पॉश्चर सही रखे। जोड़ों के दर्द से बसाहने के लिए गुनगुने सरसों के तेल की मालिश करें। दर्द की जगह गर्म पट्टी बांधें साथ ही गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर सिकाई
सारांश:
बाबा रामदेव ने साइटिका और जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ आसान और प्रभावी योगासन तथा आयुर्वेदिक उपाय बताए हैं। नियमित रूप से इन उपायों को अपनाने से नसों के दर्द में कमी आती है और जोड़ों की जकड़न दूर होती है। साथ ही संतुलित आहार और प्राणायाम से शरीर को मजबूत बनाए रखने की सलाह दी गई है।
