29 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : इंसान का क्लोन बनते आपने अब तक फिल्मों में ही देखा होगा, लेकिन अब मेडिकल की दुनिया में एक और बड़ी क्रांति लाने के लिए ह्यूमन बॉडी की वर्चुअल क्लोनिंग पर काम चल रहा है। सिर्फ यही नहीं शरीर के अंदर मौजूद सेल्स का भी वर्चुअल क्लोन तैयार किया जाएगा। ऐसे में बड़ा सवाल कि ये बॉडी सेल्स की क्लोनिंग से क्या फायदा होगा।
डिजिटल सेल बनाने पर काम कर रहे हैं वैज्ञानिक
दरअसल इंसानी शरीर इतना पेचीदा है कि एक जीन में मामूली गलती भी पूरी बॉडी पर भारी पड़ती है। जैसे कैंसर सेल पर हमारे शरीर की डिफेंस फोर्स यानि टी सेल अटैक करती हैं। अगर ये सुरक्षा गार्ड हमला करना रोक देगा तो कैंसर बढ़ता चला जाएगा। इस लगातार जंग में शरीर की कोशिकाएं भी डैमेज होती है और डिफेंस सिस्टम कमज़ोर होने लगता है। फिर जो डॉक्टर्स मेडिसिन देते हैं वो शरीर की कोशिकाओं पर कितना असर करती है ये वो भी 100% नहीं जानते। इसलिए वैज्ञानिक अब डिजिटल सेल बनाने पर काम कर रहे हैं। ताकि AI के जरिए अंदाज़ा लग सके कि किस बीमारी में कौन सी दवा कारगर होगी।
AI की मदद से मेडिकल में हो सकती है क्रांति
मेडिकल की दुनिया और कैंसर की बीमारी में ये तकनीक किसी संजीवनी से कम नहीं होगी। वैसे भी पिछले कुछ सालों में कैंसर के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 35 साल में इस जानलेवा रोग के पेशेंट 26% बढ़ गए हैं। अगर कैंसर से बचना है तो लाइफस्टाइल सुधारनी होगी। बुरी आदतें छोड़नी पड़ेंगी। जिसमें से एक बुरी आदत धूम्रपान भी है। देश में सबसे ज़्यादा लोगों को कैंसर तंबाकू की वजह से होता है। तंबाकू-गुटखा-सिगरेट तो सबसे ज़्यादा कैंसर की वजह बनते हैं।
नशा करने वाले अक्सर कहते हैं कि वो तो नशा छोड़ना चाहते हैं, लेकिन नशा उन्हें नहीं छोड़ता। ऐसे लोगों को सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि तंबाकू की वजह से कैंसर के 27% मामले बढ़े हैं। इसलिए एक ही शरीर है इसे बीमारी का घर मत बनने दीजिए। स्वामी रामदेव से जानिए कैंसर के खतरे को कैसे कम किया जाए।
नशे की आदत बिगाड़े सेहत
- हार्ट अटैक
- लंग कैंसर
- मुंह का कैंसर
- गले का कैंसर
- आंतों में सूजन
- डिमेंशिया
- माइग्रेन
- फैटी लिवर
कैंसर की सबसे बड़ी वजह
- एल्कोहल
- मोटापा
- खराब खानपान
- प्रदूषण
- तंबाकू
कैंसर के प्रकार
- ब्लड कैंसर
- स्किन कैंसर
- ब्रेस्ट कैंसर
- सर्वाइकल कैंसर
- ब्रेन कैंसर
- बोन कैंसर
- प्रोस्टेट कैंसर
- लंग कैंसर
- पैनक्रियाटिक कैंसर
कैंसर पेशेंट्स पीएं- व्हीटग्रास, गिलोय और एलोवेरा का जूस मिलाकर पीएं। इसके अलावा नीम, तुलसी और कच्ची हल्दी का सेवन करें। इन सबको मिलाकर जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
तंबाकू का जहर- ज्यादा धूम्रपान करने से शरीर में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में हार्ट प्रॉब्लम, शुगर, लंग्स प्रॉब्लम, माइग्रेन, एंग्जाइटी और डिप्रेशन का खतरा रहता है।
सिगरेट छुड़ाने में कारगर उपाय- सिरगेट छुड़ाना चाहते हैं तो इसके लिए हल्दी, अजवाइन,लौंग,कपूर, काली मिर्च, सेंधा नमक, बबूल की छाल, पिपरमिंट का सेवन करें।
नशा छुड़ाने में कारगर माउथ फ्रेशनर- इसके लिए लौंग, सौंफ, इलायची, मुलेठी, दालचीनी और धनिया का इस्तेमाल करें। अजवाइन का अर्क भी फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए 250 ग्राम अजवाइन, 1 लीटर पानी में पकाएं और खाने के बाद इसे पी लें।
तंबाकू छुड़ाने के उपाय- तंबाकू की आदत छुड़ाने के लिए आप हींग, मेथी, हरड़, छुहारा,अजवाइन खा सकते हैं। इसके अलावा अनार, नींबू, गाजर, अदरक, पालक, ऑरेंज का रस पीए सकते हैं।
सारांश:
सिगरेट और तंबाकू का सेवन कई तरह के कैंसर जैसे फेफड़ों, मुंह, गले, पेट और मूत्राशय के कैंसर का मुख्य कारण बनता है। स्वामी रामदेव के अनुसार, योग और प्राणायाम नशे की लत छोड़ने में बेहद प्रभावी हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अनुलोम-विलोम, कपालभाति और ध्यान जैसे योगाभ्यास मानसिक शक्ति बढ़ाकर शरीर से विषाक्त तत्वों को निकालने में मदद करते हैं। संतुलित आहार और दृढ़ संकल्प से नशे से छुटकारा पाया जा सकता है।
