नई दिल्ली 29 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . मुंबई के ताज महल पैलेस में बतौर वेटर काम करता था ये एक्टर, जो करियर में ज्यादातर हिट फिल्में ही देता है. सफेद यूनिफॉर्म, ट्रे में चाय के कप और आंखों में सपना लिए एक्टर ने कभी नहीं सोचा था कि किस्मत ऐसी चमकेगी. आज इडंस्ट्री में इस एक्टर की तूती बोलती है.
करियर की शुरुआत से अब तक वह इंडस्ट्री में लीड रोल न निभाकर भी सारी लाइमलाइट लूट लेने वाले वो एक्टर कोई और नहीं बोमन ईरानी हैं. जिन्होंने गुजराती नमकीन की दुकान पर बैठकर नमकीन और चिप्स भी बेचे हैं. साल 1979 में उन्होंने ताज महल पैलेस होटल में सिर्फ 105 रुपये महीने की सैलरी पर काम किया था. आज स्टार बने बैठे बोमने ने अपनी लाइफ में काफी स्ट्रगल किया है.
दुकानदार का बेटा यूं बना स्टार
बोमन ईरानी के पिता की गुजराती नमकीन की दुकान थीं, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह ये दुकान संभालंगे. उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां दुकान संभालने लगी थीं. फिर मां के साथ हुई एक दुर्घटना के बाद वह खुद मजबूरन दुकान संभालने लगे. उस वक्त भी वह अपने सपने बुन रहे थे. उनके अंदर वो लगन वो चाहत थी. फिर क्या था उन्होंने अपना सपना पूरा करने का रास्ता ढूंढा और साल 2000 में उन्हें पहली फिल्म मिली, लेकिन उससे न पहचान मिली और न ही दौलत.
संजय दत्त की फिल्म ने बदली किस्मत
साल 2003 में जब वह 44 साल के हो गए थे, तब जाकर उन्हें संजय दत्त की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में काम करने का मौका मिला. यहां किस्मत उनके लिए बाहें फैलाए खड़ी थीं. फिल्म में डॉक्टर अस्थाना का किरदार निभाकर तो उन्होंने इतिहास ही रच दिया. ना सिर्फ वो किरदार ही अमर हो गया, बल्कि उसने बोमन को भी रातों-रात स्टार बना दिया.
बता दें कि संजय दत्त संग काम करने के बाद बोमन मेकर्स की पहली पसंद बन गए. उन्हें फिल्मों में खास रोल मिलने लगे. आमिर खान संग 3 इडियट्स में भी उन्होंने ऐसा रोल निभाया कि वह फिल्म में अपने किरदार के नाम से ही पहचाने जाने लगे. आज भी एक्टिंग में कोई उनका सानी नहीं है.
सारांश:
फिल्म इंडस्ट्री का ये मशहूर एक्टर कभी वेटर की नौकरी करता था और उसे सिर्फ 105 रुपये सैलरी मिलती थी। मेहनत और लगन से उसने अपना सफर तय किया और आज संजय दत्त और आमिर खान जैसे सितारों के साथ ब्लॉकबस्टर फिल्में दे चुका है। उसकी कहानी संघर्ष और सफलता की मिसाल है।
