चंडीगढ़ 06 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : पंजाब यूनिवर्सिटी के मुद्दे को लेकर आज आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने यूनिवर्सिटी की सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने के फैसले पर चर्चा की।

जानकारी देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार ने लोकतांत्रिक प्रणाली को कमजोर किया है, जिससे लाखों विद्यार्थी प्रभावित हुए हैं और पंजाब के करीब 200 कॉलेजों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब से दिल से नफरत करती है। हरपाल चीमा ने आगे कहा कि पहले केंद्र सरकार ने भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) पर कब्जा करने की कोशिश की थी, और अब उनकी नजर पंजाब की यूनिवर्सिटियों पर है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार मिलकर इस लड़ाई को लड़ेगी।

इस मौके पर AAP सांसद मीट हेयर ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी से पंजाब के लोग भावनात्मक रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं, लेकिन फिर भी असंवैधानिक तरीके से इसे अपने कब्जे में लेने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर बार पंजाब के साथ भेदभाव किया जाता है। उन्होंने केंद्र को चेतावनी देते कहा कि बार-बार पंजाब को परखना बंद कर दें। 

सारांश:
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य से जुड़े मुद्दों पर केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि केंद्र राज्य के अधिकारों में दखल दे रहा है और पंजाब के हितों की अनदेखी की जा रही है। AAP ने कहा कि अगर केंद्र ने हस्तक्षेप बंद नहीं किया, तो वह जन आंदोलन शुरू करेगी।

Bharat Baani Bureau

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