नई दिल्ली 10 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ). टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली. सीरीज के दौरान भारतीय कोच गौतम गंभीर ने काफी ज्यादा प्रयोग किए. अर्शदीप सिंह ने सीरीज की शुरुआत नहीं की थी और उनकी टीम में शामिल होने से गेंदबाजी आक्रमण और मजबूत हो गया. संजू सैमसन को मेलबर्न में एक असफलता के बाद टीम से बाहर कर दिया गया और उनकी जगह जितेश शर्मा को मुख्य विकेटकीपर के रूप में शामिल किया गया.
स्पिनर कुलदीप यादव को सीरीज के बीच में ही घर भेज दिया गया क्योंकि मैनेजमेंट चाहता था कि वह दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट में खेले. ये फैसला लिया गया जिससे वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली दो मैचों की सीरीज के लिए तैयार हो सके. कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 14 नवंबर से पहला मैच खेला जाना है.
अब और प्रयोग करना बंद करो
टी20 वर्ल्ड कप अगले साल भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा इसलिए भारत अपनी बेस्ट संभावित XI खोजने के लिए सभी को मौका देने की कोशिश कर रहा है. पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि अब प्रयोगों का समय खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि भारत को दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी पांच मैचों की टी20आई सीरीज के लिए अपनी सबसे मजबूत XI को मैदान में उतारना चाहिए. चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “यह प्रयोगों का दौर रहा है. मुझे उम्मीद है कि ये प्रयोग अब बंद हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि वे किसी को भी ऊपर या नीचे भेज सकते हैं, किसी को भी खेला या बाहर कर सकते हैं और वे एक प्रयोगात्मक दौर में हैं. जब टीम खुले तौर पर यह स्वीकार करती है, तो आप मानते हैं कि वे प्रयोग कर सकते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “अब आपके पास घर पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज और घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज है और मुझे लगता है कि प्रयोगों का समय खत्म हो गया है. मुझे लगता है कि हम अब समाप्त हो गए हैं. इसके बाद आप ज्यादा प्रयोग नहीं कर सकते और आपको नहीं करना चाहिए क्योंकि वर्ल्ड कप फरवरी में शुरू होगा.”
सारांश:
पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने सूर्यकुमार यादव को सलाह दी है कि अब उन्हें प्रयोग करना बंद कर देना चाहिए और पूरी तरह टी20 विश्व कप की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। चोपड़ा ने कहा कि सूर्यकुमार टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी हैं, इसलिए उनका फॉर्म और निरंतरता टूर्नामेंट के लिए बेहद जरूरी है।
