12 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : सोमवार को लाल किले के पास हुए घातक कार विस्फोट का कारण कौन सा विस्फोटक या रसायन था जिसे लेकर जांचकर्ता अभी भी निश्चित नहीं हैं. फोरेंसिक टीमों और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की विस्फोटक इकाई ने साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं और परीक्षण शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम रिपोर्ट साझा नहीं की गई है. हालांकि, शुरुआती निष्कर्षों से पता चलता है कि नुकसान के पैमाने और हताहतों की संख्या को देखते हुए अनुमान है कि मिलिट्री ग्रेड विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया होगा.

विस्फोट स्थल पर काम कर रही टीमों ने अब तक लगभग 42 अवशेष बरामद किए हैं. इनमें विस्फोट के लिए इस्तेमाल की गई हुंडई आई 20 कार के टायर, चेसिस, सीजीसी सिलेंडर, बोनट के कुछ हिस्से, विभिन्न टुकड़े और पाउडर के निशान शामिल हैं. सभी सामग्रियों को रासायनिक और सूक्ष्म परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं में भेज दिया गया है. जांचकर्ताओं के अनुसार ये नमूने इस्तेमाल किए गए विस्फोटक और विस्फोट की विधि की सटीक पहचान करने में महत्वपूर्ण साबित होंगे. एनएसजी के विस्फोटक विशेषज्ञ भी मलबे की जांच कर रहे हैं और अपना टेक्नीकल इवेल्यूशन जांच एजेंसियों को भेजेंगे.

क्या होते हैं मिलिट्री-ग्रेड विस्फोटक?
मिलिट्री-ग्रेड विस्फोटक को सैन्य-श्रेणी विस्फोटक भी कहा जाता है. वे रासायनिक कंपाउंड या मिश्रण होते हैं जिन्हें विशेष रूप से सैन्य उपयोग के लिए डिजाइन और निर्मित किया जाता है. इनकी मुख्य विशेषताएं इन्हें सामान्य विस्फोटकों (जैसे कि निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होने वाले) से अलग करती हैं. ये बहुत अधिक ऊर्जा और विस्फोटक वेग उत्पन्न करते हैं. इनका उद्देश्य किसी लक्ष्य, जैसे कि टैंक, बंकर, या इमारत, को अधिकतम नुकसान पहुंचाना होता है. इन्हें इस तरह से बनाया जाता है कि ये परिवहन और भंडारण के दौरान सुरक्षित रहें. लेकिन एक बार ट्रिगर किए जाने पर विश्वसनीय रूप से विस्फोट करें. इन्हें गर्मी, घर्षण, या हल्के झटके से अनायास विस्फोट नहीं करना चाहिए. इनका घनत्व (density) अक्सर अधिक होता है, जिसका अर्थ है कि एक छोटे वॉल्यूम में अधिक विस्फोटक शक्ति पैक की जा सकती है. यह बम, गोले, और मिसाइलों के लिए महत्वपूर्ण है.

क्या होता है पीईटीएन?
पीईटीएन एक बहुत ही शक्तिशाली और तेज विस्फोटक है। इसका पूरा नाम है पेंटाएरीथ्रिटोल टेट्रानाइट्रेट (Pentaerythritol Tetranitrate) है. यह एक सफेद क्रिस्टलीय पाउडर होता है. जो दिखने में शक्कर या नमक जैसा लग सकता है, लेकिन यह उनसे बिल्कुल अलग और अत्यंत खतरनाक होता है. पीईटीएन ज्ञात सबसे शक्तिशाली विस्फोटकों में से एक है. यह टीएनटी (ट्राइनाइट्रोटोलुइन) से लगभग 1.6 गुना ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है. यह अपेक्षाकृत स्थिर होता है, जिसका मतलब है कि इसे आग या झटके से ट्रिगर होने के लिए एक डेटोनेटर की आवश्यकता होती है. यह इसे सुरक्षित रूप से संभालने और संग्रहीत करने में मदद करता है. पीईटीएन का उपयोग मुख्य रूप से दो प्रमुख क्षेत्रों में किया जाता है, सैन्य और वाणिज्यिक विस्फोटक. 

क्या होता है सेम्टेक्स?
यह एक प्लास्टिक बॉन्डेड एक्सप्लोसिव (Plastic Bonded Explosive – PBX) है, जिसे आमतौर पर केवल प्लास्टिक विस्फोटक कहा जाता है. इसका मतलब है कि यह एक ऐसी सामग्री है जिसे आसानी से किसी भी आकार में ढाला जा सकता है, ठीक वैसे ही जैसे बच्चे मिट्टी से खेलते हैं. इसका नाम इसके मूल निर्माण स्थल, चेकोस्लोवाकिया (अब चेक गणराज्य) में स्थित सेमटिन (Semtín) शहर से लिया गया है. सेम्टेक्स मुख्य रूप से दो शक्तिशाली विस्फोटकों का मिश्रण होता है. पीईटीएन जो शक्ति प्रदान करता है. आरडीएक्स जो और अधिक शक्ति और स्थिरता जोड़ता है. इन विस्फोटकों को एक बाइंडर (एक चिपचिपा पदार्थ) के साथ मिलाया जाता है, जो इसे आसानी से ढाले जाने वाला (प्लास्टिक) रूप देता है.इसकी सबसे खास विशेषता यह है कि इसे किसी भी संकरी जगह में भरा जा सकता है या किसी भी चीज पर चिपकाया जा सकता है, जिससे इसका उपयोग आसान हो जाता है. इसे ट्रिगर करने के लिए एक डेटोनेटर की आवश्यकता होती है. यह बहुत शक्तिशाली विस्फोटक है, जो टीएनटी से कहीं अधिक विनाशकारी होता है. 

क्या होता है आरडीएक्स?
आरडीएक्स (RDX) भी एक बहुत शक्तिशाली विस्फोटक है. इसका पूरा नाम है रिसर्च डिपार्टमेंट एक्सप्लोसिव(Research Department Explosive) हालांकि इसे तकनीकी रूप से साइक्लोनाइट (Cyclonite) या हेक्सोजेन (Hexogen) भी कहा जाता है. यह एक सफेद क्रिस्टलीय ठोस पाउडर होता है, जो विस्फोटक शक्ति में टीएनटी से काफी ऊपर होता है. आरडीएक्स को दुनिया के सबसे शक्तिशाली और सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले उच्च विस्फोटकों में गिना जाता है. इससे विस्फोट करने के लिए एक डेटोनेटर की आवश्यकता होती है. यह विशेषता इसे सैन्य उपयोग के लिए बहुत सुरक्षित बनाती है. आरडीएक्स का उपयोग विशेष रूप से सैन्य और औद्योगिक कामों में किया जाता है.

क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट?
अमोनियम नाइट्रेट एक केमिकल कंपाउंड है. यह सफेद क्रिस्टलीय (चीनी जैसा दिखने वाला) और पानी में घुलनशील होता है. यह मुख्य रूप से दो कारणों से जाना जाता है. यह कृषि में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले नाइट्रोजनी उर्वरकों में से एक है. कुछ खास परिस्थितियों में यह एक शक्तिशाली विस्फोटक के रूप में भी काम कर सकता है. अमोनियम नाइट्रेट में नाइट्रोजन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो पौधों के स्वस्थ विकास के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है. पौधे नाइट्रोजन को सीधे अवशोषित कर सकते हैं, जिससे यह फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए एक बहुत प्रभावी और जल्दी परिणाम देने वाला उर्वरक बन जाता है. अमोनियम नाइट्रेट अकेला एक उच्च विस्फोटक नहीं है. इसे विस्फोट करने के लिए तीन चीजों का होना आवश्यक है. इसे विस्फोटकों की श्रेणी में लाने के लिए इसमें कोई अन्य ईंधन सामग्री (जैसे कि डीजल तेल ) मिलाना जरूरी है. इसे ट्रिगर करने के लिए एक तेज और शक्तिशाली डेटोनेटर (प्राथमिक विस्फोटक) की आवश्यकता होती है. यह टीएनटी या आरडीएक्स जैसे सैन्य-ग्रेड विस्फोटकों जितना संवेदनशील नहीं होता. 

जांचकर्ताओं ने मांगी राय
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जांचकर्ताओं ने फोरेंसिक विभाग से इस बारे में राय मांगी कि क्या पीईटीएन, सेमटेक्स या आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. शुरुआती आकलन अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर के संभावित इस्तेमाल की ओर भी इशारा करता है. नाइट्रेट तेल का इस्तेमाल इंडस्ट्रियल और तात्कालिक विस्फोटक उपकरणों (आईईडी) दोनों में किया जाता है, क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध है और किफायती भी है. सूत्रों ने बताया कि सोमवार को हुए विस्फोट में इस्तेमाल विस्फोटक के बारे में कुछ दिनों में पूरी स्पष्टता हो जाएगी. 

सारांश:
दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुआ मिलिट्री-ग्रेड विस्फोटक बेहद शक्तिशाली और नियंत्रित विध्वंसक सामग्री होती है, जिसका उपयोग आमतौर पर सेना या रक्षा अभियानों में किया जाता है। यह सामान्य विस्फोटकों से कई गुना अधिक प्रभावशाली होता है और इसकी पहचान विशेषज्ञ जांच से ही संभव होती है। सुरक्षा एजेंसियां इसकी उत्पत्ति और सप्लाई चैन की जांच में जुटी हैं।

Bharat Baani Bureau

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