मुंबई 18 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . महेश बाबू और प्रियंका चोपड़ा स्टारर ‘वाराणसी’ ग्रैंड टीजर लॉन्च इवेंट पर फिल्म के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने के बयान से बवाल खड़ा हो गया है. फिल्म का टीजर लॉन्च के दौरान टेक्निकल गड़बड़ी होने के राजामौली ने भगवान हनुमान पर कमेंट किया. उनके इस कमेंट के साथ साल 2011 में किया उनका एक ट्वीट भी वायरल हो रहा है. ग्लोबट्रॉटर इवेंट में जब कई बार तकनीकी समस्या आई, तो राजामौली ने सबसे इसके लिए माफी मांगी और अपना एक पर्सनल किस्सा शेयर किया.
एसएस राजामौली ने अपने पिता और राइटर विजयेंद्र प्रसाद का जिकर करते हुए तेलुगू में कहा था, जिसका हिंदी भावार्थ इस तरह हैं,”मुझे भगवान पर ज्यादा विश्वास नहीं है. मेरे पिता ने पहले आकर कहा कि हनुमान मेरे पीछे हैं और मुझे मार्गदर्शन कर रहे हैं. जैसे ही यह हुआ, मुझे गुस्सा आ गया. क्या यही उनका मार्गदर्शन है?” राजामौली का यह कमेंट तेजी से वायरल हो गया, लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं. भगवान हनुमान पर अपमानजनक कमेंट बताया.
इन सबके बीच, एसएस राजामौली का साल 2011 में किया गया एक पुराना ट्वीट फिर से ट्रेंड करने लगा. ट्वीट में लिखा था कि उन्हें भगवान राम कभी पसंद नहीं आए और वे भगवान कृष्ण को अधिक पसंद करते हैं. आलोचकों ने ट्वीट के स्क्रीनशॉट शयेर करते हुए एक पैटर्न का दावा किया, जबकि कई लोगों ने बताया कि राजामौली ने बाद में उस बयान के कॉन्टैक्स्ट को क्लियर किया था.
राष्ट्रीय वानर सेना ने दर्ज करवाई एसएस राजामौली के खिलाफ शिकायत
एसएस राजामौली ने इस ट्वीट में आगे कहा था, “लेकिन मुझे भगवान राम कभी पसंद नहीं आए. भगवान कृष्ण मेरे सभी अवतारों में पसंदीदा हैं.” वहीं, ग्लोबट्रॉटर इवेंट में किए कमेंट्स को लेकर एसएस राजामौली के खिलाफ राष्ट्रीय वानर सेना ने हैदराबाद के सरूरनगर पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
एसएस राजामौली के खिलाफ कार्रवाई की मांग
एसएस राजामौली पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है और कार्रवाई की मांग की गई है. इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर एसएस राजामौली के अगले प्रोजेक्ट के बायकॉट की मांग करने वाला हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.
सारांश:
प्रसिद्ध निर्देशक एसएस राजामौली एक पुराने विवादित ट्वीट के चलते फिर से सुर्खियों में हैं। 14 साल पहले किए गए इस ट्वीट में उन्होंने भगवान राम और हनुमान को लेकर टिप्पणी की थी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस बयान को लेकर लोग राजामौली की आलोचना कर रहे हैं और कई यूज़र्स ने इसे उनकी धार्मिक भावनाओं के प्रति असंवेदनशील बताया है।
