09 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : कोर्टिसोल शरीर में बनने वाला एक हार्मोन है, जिसे तनाव हार्मोन भी कहते हैं। किडनी के ऊपर मौजूद एड्रेनल ग्लैंड इस हार्मोन को रिलीज करते हैं। ये हार्मोन शरीर में कई काम करता है, जैसे वजन, स्ट्रेस रिस्पॉंस, मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करना, सूजन और इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। अगर कोर्टिसोल शरीर में बढ़ने लगे या जरूरत से कम होने लगे तो इससे शरीर में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। हाई कोर्टिसोल का मुख्य कारण क्रॉनिक स्ट्रेस को माना जाता है। इसके अलावा शरीर में कोर्टिसोन यानि तनाव हार्मोन बढ़ने पर ये लक्षण दिखाई देते हैं।

कोर्टिसोल बढ़ने के लक्षण

सुबह भूख कम लगना- कॉर्टिसोल का लेवल सुबह सबसे ज़्यादा माना जाता है। इसका असर है कि भूख कम लगती है। क्रोनिक स्ट्रेस के कारण भूख न लगने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसे बैलेंस करने के लिए सुबह हल्का भोजन करें, खाना न छोड़ें और हाई प्रोटीन नाश्ता खाएं।

मोटाप कम न होना- शरीर में हाई कोर्टिसोल होने से वजन कम करना भी मुश्किल हो जाता है। खासतौर से आपके पेट के आसपास चर्बी कम करना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए हफ़्ते में तीन बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें, प्रोटीन से भरपूर चीजें खाएं, रोजाना वॉक करें और कोर्टिसोल को संतुलित करने और लीन मसल्स बनाए रखने के लिए एडाप्टोजेन्स लें।

चेहरे पर सूजन- अगर आपका कोर्टिसोल लगातार हाई रहता है तो इससे वाटर रिटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। इससे शरीर में सूजन बढ़ सकती है। इसके लिए नींद और सूजन-रोधी फूड डाइट में शामिल करें। शराब और ज्यादा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचें। 

सुबह 3 बजे जागना- हाई कोर्टिसोल का एक और लक्षण ब्लड शुगर बढ़ना या उतार-चढ़ाव आना है। जो आपकी नींद में भी खलल डाल सकता है। इसके लिए तनाव से दूर रहें और ब्लड शुगर को कंट्रोल करें। खाने में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें।

मीठे और नमकीन की क्रेविग- अगर आपको लगातार चीनी, मीठा या नमक खाने की क्रेविंग होती है तो ये हाई कोर्टिसोल का लक्षण हो सकता है। हाई कोर्टिसोल का एक और लक्षण ये है कि शरीर तनाव और कोर्टिसोल के बढ़ते स्तर से निपटने के लिए तुरंत मीठे और नमक की मांग करता है। इसके लिए शुद्ध खाना खाएं, इलेक्ट्रोलाइट्स और मैग्नीशियम, पोटेशियम से भरपूर चीजें शामिल करें।

तुरंत रिएक्टिव हो जाना- हाई कोर्टिसोल का एक लक्षण ये भी है कि आप आसानी से इमोशनली रिएक्टिव हो जाते हैं। कई बार आप खुद को तनावग्रस्त महसूस करते हैं क्योंकि कोर्टिसोल आपके तंत्रिका तंत्र को लड़ने या भागने की स्थिति में रखता है। इससे बचने के लिए गहरी सांस लें, बाहर वॉक करें, तनाव को कम करें और तंत्रिका तंत्र को रीसेट करें।

सारांश

कार्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है। इसके उच्च स्तर (High Cortisol) के कारण वजन बढ़ना, नींद में परेशानी, लगातार तनाव, मूड स्विंग और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। समय पर ध्यान और लाइफस्टाइल बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Bharat Baani Bureau

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