10 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : भगवान राम से जुड़ी इस नगरी में बने नए नवेले एयरपोर्ट का उद्घाटन करीब 17 महीने पहले ही हुआ था. फिर कुछ महीनों के इंतजार के बाद फ्लाइट ऑपरेशन भी शुरू हो गया. लेकिन, बीते कुछ महीनों के भीतर ऐसा क्‍या हुआ कि एयरलाइंस ने न केवल वहां जाने से इंकार कर दिया, बल्कि अपने रूट भी सरेंडर कर दिए. अब यह मुद्दा भगवान राम की नगरी से निकलकर संसद तक पहुंच गया है. इस राम नगरी से सांसद कृष्‍णा शिवशंकर पटेल ने लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री से सवाल पूछा है.

दरअसल, यहां पर बात राम नगरी चित्रकूट की हो रही है. मार्च 2024 में उड़ान योजना के तहत चित्रकूट एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू किए गए थे. इस एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन का एक्सक्लूसिव राइट फ्लाईबिग एयरलाइंस के पास था. फ्लाईबिग ने चित्रकूट-लखनऊ के बीच फ्लाइट ऑपरेशन शुरू तो किए, लेकिन ये उड़ानें दिसंबर 2024 में बंद हो गई. चूंकि यह एयरपोर्ट बुंदेलखंड के बांदा, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट जिले के बीच इकलौता एयरपोर्ट था, लिहाजा स्‍थानीय लोगों के बीच फ्लाइट ऑपरेशन दोबारा शुरू होने की आस बनी रही.

लेकिन, यह आस तब टूट गई, जब विंटर शेड्यूल 2025 में चित्रकूट एयरपोर्ट को एक भी फ्लाइट नहीं मिला. मालूम चला कि इस एयरपोर्ट को लेकर किसी भी एयरलाइंस ने रुचि नहीं दिखाई थी. साथ ही, जिस फ्लाइटबिग एयरलाइन के पास इस एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन का राइट था, उसने भी फ्लाइट ऑपरेशन को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई. जिसके बाद, स्‍थानीय लोगों के बीच यह सवाल खड़े होने लगे कि क्या यह एयरपोर्ट स्‍थानीय तौर पर बंद हो गया है. नहीं तो फ्लाइट ऑपरेशन शुरू करने को लेकर उड्डयन मंत्रालय की क्‍या योजना है?

इस मसले पर उड्डयन मंत्रालय का कहना है कि रामायण युग से जुड़े इस पवित्र क्षेत्र को एयर कनेक्टिविटी देने के लिए उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना का हिस्सा बनाया गया था. 12 मार्च 2024 को फ्लाईबिग एयरलाइंस ने चित्रकूट से लखनऊ के बीच नियमित उड़ानें शुरू कीं, जो सप्ताह में कई बार ऑपरेट होती थीं. इन उड़ानों के मदद से लखनऊ से चित्रकूट की दूरी सिमट कर महज एक घंटे की रह गई थी. इन फ्लाइट्स का सीधा फायदा स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को हो रहा था.
फ्लाइट ऑपरेशन बंद होने की यह थी वजह
इस फ्लाइट के शुरू होने से चित्रकूट और उसके आसपास के इलाके में धार्मिक पयर्टन को भी नया आयाम मिला था. लेकिन दिसंबर 2024 से यह फ्लाइट सर्विस सेवा अचानक बंद हो गई. मंत्रालय के अनुसार, फ्लाइट ऑपरेशन बंद होने के बीच कई वजहें थी.

  1. खराब दृश्‍यता: सर्दियों के दौरान चित्रकूट एयरपोर्ट पर घने कोहरे की समस्‍या आम बनी रही. चूंकि यह पहाड़ी के ऊपर बना है, लिहाजा कोहरे का असर सुबह देर तक रहता और दोपहर के बाद दृश्‍यता लैंडिंग-टेकऑफ के अनकूल नहीं रहती थी.
  2. टेबल टॉप रनवे: चूंकि चित्रकूट एयरपोर्ट का रनवे एक टेबल टॉप रनवे है और उसके तीन तरफ गहरी खाई हैं, लिहाजा खराब मौसम या अपर्याप्‍त रन-वे विजिबिलिटी (आरवीआर) की स्थिति में एयरक्राफ्ट टेकऑफ या लैंड कराना बेहद जोखिम भरा है.
  3. रनवे रि-कार्पेटिंग: लखनऊ एयरपोर्ट पर चल रहे रनवे रि-कार्पेटिंग वर्क का असर भी चित्रकूट एयर ऑपरेशन्‍स पड़ा. मंत्रालय के अनुसार, रिकार्पेटिंग वर्क की वजह से लखनऊ से चित्रकूट एयरपोर्ट के बीच फ्लाइट ऑपरेशन बंद करना पड़ा.
  4. एयरक्राफ्ट: नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, चित्रकूट-लखनऊ के बीच फ्लाइट ऑपरेशन बंद होने में एयरक्राफ्ट की उपलब्‍धता ना होने भी बड़ी वजह है.

क्‍या चित्रकूट से फिर शुरू होंगे फ्लाइट ऑपरेशन
मंत्रालय के अनुसार, फ्लाईबिग एयरलाइंस ने इन चुनौतियों का सामना नही कर पाई. लिहाजा, उसने फ्लाईबिग ने चित्रकूट-लखनऊ आरसीएस रूट को राइट्स स्काईहॉप एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिए हैं. वहीं, स्काईहॉप फिलहाल एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) हासिल करने और विमान अधिग्रहण की कवायद में जुटा हुआ है. दोनों प्रक्रिया पूरी होते ही चित्रकूट एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन फिर से शुरू कर दी जाएंगी. हालांकि, मत्रालय की तरह से इसकी स्‍पष्‍ट समय सीमा नहीं बताई गई है.

सारांश

राम की नगरी में एक एयरलाइंस ने यात्रियों को जाने से इंकार कर दिया। बाद में भारत सरकार के MoCA (Ministry of Civil Aviation) ने कारण स्पष्ट किया, जो सुरक्षा और हवाई संचालन संबंधी नियमों से जुड़ा था। यात्रियों को वैकल्पिक विकल्प और जरूरी सूचनाएं प्रदान की गई हैं।

Bharat Baani Bureau

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