नई दिल्ली 11 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . साउथ अफ्रीका के खिलाफ करियर का पहला वनडे शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल ने रोहित की जमकर प्रशंसा की है. जायसवाल का कहना है कि जब रोहित भैया नहीं डांटते हैं तो ऐसा लगता है कि मैंने क्या गलती कर दी है या मेरी कोई बात उन्हें बुरी तो नहीं लगी जिसकी वजह से वो मुझे डांट नहीं रहे हैं.यशस्वी ने कहा कि रोहित जब मैदान पर अपने पसंदीदा जूनियर खिलाड़ियों में से किसी को नहीं डांटते तो वे असहज महसूस करने लगते हैं क्योंकि पूर्व कप्तान की डांट हमेशा लाड़ और प्यार से भरी होती है.
जब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भारत के टेस्ट कप्तान थे तब मैदान पर खिलाड़ियों की क्षेत्ररक्षण की गलतियों पर अपने मजाकिया अंदाज के लिए मशहूर हो गए थे जो अब ‘मीम’ के रूप में काफी लोकप्रिय हैं. यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने एजेंडा आज तक’ सम्मेलन में कहा, ‘रोहित भैया जब भी हमें डांटते हैं, उसमें बहुत सारा लाड़ और प्यार छुपा होता है. सच कहूं तो अगर रोहित भैया डांट नहीं रहे हों तो लगता है कि कुछ गड़बड़ है, क्या हुआ, डांट क्यों नहीं रहे? कहीं उन्हें मेरी किसी बात से बुरा तो नहीं लगा?’
‘जब वे दोनों (रो-को, रोहित-कोहली) होते हैं तो…’
जायसवाल ने विशाखापत्तनम में अपने पहले वनडे शतक के दौरान विराट कोहली और रोहित दोनों के साथ बड़ी साझेदारियां कीं. उन्होंने बताया कि उनकी मौजूदगी कैसे ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल देती है. उन्होंने कहा, ‘जब वे दोनों (रो-को, रोहित-कोहली) होते हैं तो हमारे लिए बहुत अच्छा होता है क्योंकि वे खेल पर चर्चा करते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं. उन्होंने जिस तरह भारत के लिए मैच खेले और जीते हैं, वे हमारे लिए प्रेरणा हैं. वे हमें बताते हैं कि उन्होंने अपने युवा दिनों में कौन सी गलतियां कीं और हम कैसे उनसे बच सकते हैं.’
‘रोहित भैया ने मुझसे कहा कि मैं संयमित रहूं’
जायसवाल ने कहा, ‘जब वे नहीं होते तो हमें उनकी कमी खलती हैं. जब वे होते हैं तो माहौल आरामदायक (रिलैक्स्ड) हो जाता है. तीसरा वनडे खेलते समय रोहित भैया ने मुझसे कहा कि मैं संयमित रहूं, समय लूं और वह खुद जोखिम उठाएंगे, कितने लोग ऐसा करेंगे? इसी तरह विराट पाजी ने मुझे छोटे-छोटे लक्ष्य दिए और कहा कि हमें यह मैच जीतना होगा.’ जायसवाल ने कहा कि उनका यह पहला वनडे शतक उन्हें ओवल टेस्ट शतक जितना ही खास लगा.
टी20 विश्व कप खेलना चाहते हैं यशस्वी
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह टी20 विश्व कप टीम में जगह बनाने के बारे में सोचते हैं तो उन्होंने कहा, ‘मेरा सपना है कि मैं टी20 विश्व कप खेलूं, लेकिन मैं अपने खेल पर ध्यान रखने की कोशिश करता हूं और अपने समय का इंतजार करूंगा.’ क्या वह भविष्य में भारत की कप्तानी कर सकते हैं तो इस पर जायसवाल बोले, ‘अगर मौका मिला तो मैं भारत की कप्तानी करना चाहूंगा.’ यशस्वी का कहना है कि उनका सपना था कि वो वनडे में शतक जड़ें. जायसवाल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले भारत के छठे खिलाड़ी हैं.
सारांश
यशस्वी जायसवाल ने खुद खुलासा किया कि उन्हें रोहित शर्मा की चुप्पी से डर लगता है। यह बयान टीम में उनके रिश्तों और क्रिकेट के दबाव को लेकर चर्चा का विषय बन गया है।
