16 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : पंजाब के मोहाली में कबड्डी खिलाड़ी कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. बोलेरे पर आए तीन सवारों ने कंवर दिग्विजय सिंह को सिर पर तीन गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हिमाचल प्रदेश के शाही परिवार से संबंध रखने वाला राणा बलाचौरिया की हत्या के बाद एक बार फिर से पंजाब-हरियाणा में गैंगवार छिड़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है. क्योंकि कुछ दिन पहले ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने गैंगस्टर इंदरप्रीत सिंह पैरी की हत्या कर दी थी. राणा बलाचौरिया की हत्या की जिम्मेवारी बंबीहा गैंग ने ली है. बंबीहा गैंग ने क्यों राणा बलाचौरिया का मर्डर किया? 11 दिन पहले शादी करनेवाला राणा बलाचौरिया का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से क्या संबध था? सिद्धू मूसेवाला मर्डर से बंबीहा गैंग का क्या कनेक्शन है? क्या बंबीहा गैंग कोई छोटा-मोटा गैंग है?
बंबीहा गैंग की कहानी सिर्फ अपराधों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पंजाब में कई साल से चल रहे उस गैंगवार की जड़ है, जिसने इंटरनेट और इंटरनेशनल सिंडिकेट के जरिए देश की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. दविंदर का पूरा नाम दविंदर सिंह सिद्धू था. वह पंजाब के मोगा जिले के बंबीहा गांव का रहने वाला था. इसी गांव के नाम पर उसके गैंग का नाम बंबीहा पड़ा. बंबीहा गैंग की शुरुआत साल 2010 में हुई थी. गैंग का सरगना दविंदर एक लोकप्रिय कबड्डी खिलाड़ी था. उसे एक कत्ल के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जेल के अंदर दविंदर को कैदियों के बीच बंबीहा के नाम जानने लगे. जेल से बाहर आने के बाद पंजाब पुलिस ने साल 2016 में एक मुठभेड़ के दौरान बंबीहा को मार गिराया था.
बंबीहा गैंग ने क्यों मारी गोली?
दविंदर सिंह सिद्धू की मौत को 10 साल हो चुके हैं. लेकिन अभी भी ये गैंग खत्म नहीं हुआ है. इसका ताजा उदाहरण मोहाली में राणा बलाचौरिया का मर्डर. बंबीहा गैंग ने ही राणा बलाचौरिया का मर्डर की बात कबूला है. इस गैंग ने सिद्धू मूसेवाला के मर्डर का बदला लॉरेंस गैंग से लेने का ऐलान किया है. बंबीहा गैंग का मानना है कि राणा बलाचौरिया लॉरेंस गैंग के साथ संबंध रखता था औऱ कहीं न कहीं सिद्धू मूसेवाला मर्डर में उसका भी हाथ है. दविंदर की मौत के बाद यह गैंग गौरव पटियाल उर्फ लकी और सुखप्रीत सिंह बुड्डा के हाथ में आ गया है, जो अर्मेनिया में बैठकर गैंग को चला रहा है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग की दुश्मनी कितना पुरानी?
लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग के बीच दुश्मनी में अबतक कई लोगों की जान जा चुकी है. सिद्धू मूसेवाला का नाम भी बंबीहा गैंग से जोड़ा जाने लगा, बाद में मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी. दोनों की दुश्मनी को लेकर कहा ये भी जाता है कि गोल्डी बराड़ के चचेरा भाई गुरलाल बराड़ की साल 2020 में हत्या कर दी गई थी. गुरलाल की हत्या में बंबीहा गैंग का नाम सामने आया था. लॉरेंस बिश्नोई इस बात से बहुत आहत हुआ, उसने बरार के भाई की हत्या का बदला लेने के लिए गुरलाल पहलवान की हत्या करवा दी. हालांकि अब तो गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग में भी गैंगवार छिड़ गया है. अभी कुछ दिन पहले ही चंडीगढ़ में लॉरेंस अपने खास सहयोगी रहे पैनी की हत्या करवा दी थी. अब बंबीहा गैंग ने बलाचौरिया का मर्डर कर दिया.
गोल्डी बरार की वजह से शुरू हुई थी दुश्मनी
कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बरार, जो बिश्नोई का कभी करीबी सहयोगी रहा है, बंबीहा गैंग का मुख्य निशाने पर था. लेकिन अब लगता है कि बंबीहा गैंग और गोल्डी बरार में दोस्ती हो गई है. क्योंकि गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग में अब अदावत खुलकर समाने आ घई है. दरअसल ल़ॉरेंस बिश्नोई गैंग ने आरोप लगाया था कि अमेरिका में अनमोल बिश्नोई को वह मदद बरार ने नहीं की, जो उसको करनी चाहिए. अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है.
बंबीहा गैंग का सरगना कहां रहता है?
बता दें कि दोनों गैंग इंटरनेशनल कॉलिंग और सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे को खुलेआम धमकी देते रहते हैं. कबड्डी और राणा बलाचौरिया से गैंग का कनेक्शनअपराध की दुनिया में आने से पहले देवेंद्र बंबीहा को कबड्डी से गहरा लगाव था. कई कबड्डी खिलाड़ी भी इस गैंगवार की चपेट में आए हैं.
मोहाली के एसएसपी हरमन दीप सिंह हंस ने बताया कि कबड्डी कप के दौरान कबड्डी खिलाड़ी पर चार पांच गोलियां मारी गई हैं. दो से तीन आरोपियों ने गोली चलाई थी. आरोपियों ने फोटो खींचने के बहाने बात की और फिर गोली मार दी. इस मामले में केवल एक ही शख्स को गोली मारी गई है. घटना की जांच शुरू कर दी गई है और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. पंजाब पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है, क्योंकि इस कबड्डी मैच में मशहूर पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख भी शामिल होने वाले थे, लेकिन उनके पहुंचने से करीब आधा घंटा पहले ही राणा बलाचौरिया को गोली मारी गई.
सारांश:
राणा बलाचौरिया की हत्या को सिद्धू मूसेवाला मर्डर से जोड़कर देखा जा रहा है। इस वारदात की जिम्मेदारी लकी-बुड्डा ने ली है, जो बंबीहा गैंग से जुड़ा बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह हत्या लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग के बीच चल रही पुरानी दुश्मनी और गैंगवार का हिस्सा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और गैंगस्टर नेटवर्क के कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं।
