नई दिल्ली 18 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम एशेज सीरीज के लिए मैदान पर उतरे और उसमें बवाल ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता. ऐसा ही कुछ एडिलेड ओवल में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में देखने को मिला, जब ऑन कैमरा सरेआम बेईमानी हो गई. ये घटना ऑस्ट्रेलिया के लिए शतक लगाने वाले एलेक्स कैरी से जुड़ा हुआ है, जब 72 रन के स्कोर पर वह लगभग आउट थे, लेकिन भाग्य और तकनीक की गलती के कारण उन्हें जीवनदान मिल गया.
दरअसल एलेक्स कैरी जब 72 रन के स्कोर पर थे तो जोश टंग के खिलाफ विकेट के पीछे जेमी स्मिथ ने उनका कैच लपक लिया. हालांकि, ऑन फील्ड अंपायर को ऐसा लगा कि गेंद बैट के संपर्क में नहीं आया था. ऐसे में जोश टंग ने अपने कप्तान बेन स्टोक्स को किसी तरह डीआरएस के लिए मना लिया, लेकिन उसके बाद जो हुआ उस पर अब आईसीसी को भी सफाई देनी पड़ी है.
क्या है डीआरएस का विवाद पूरा मामला
बता दें के एलेक्स कैरी के खिलाफ जब इंग्लैंड की टीम ने डीआरएस लिया तो वीडियो रिप्ले में गेंद बैट के बिल्कुल पास से निकली, लेकिन हैरानी की बात ये थी कि स्निको मीटर की लाइन गेंद के बैट से गुजरने के पहले दिखने लगी. टीवी अंपायर ने कई एंगल से देखने के का प्रयास किया, लेकिन स्रिनोक मीटर की लाइन गेंद और बैट के नजदीक आने से पहले दिख रही थी. स्निको की इस गलती के कारण एलेक्स कैरी को नॉटआउट करार दिया गया. इस जीवनदान के बाद एलेक्स कैरी ने अपना शतक पूरा किया.
हालांकि, इस घटना के अगले दिन आईसीसी ने माना कि डीआरएस में स्निको मीटर की गलती थी. इसके बाद स्निको मीटर को ऑपरेट करने वाली कंपनी बीबीजी ने भी माफी मांगी और स्वीकार किया कि टेक्निकल गलती के कारण ऐसा हुआ. इस पूरी घटना पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी सोशल मीडिया पर एक तंज भरा पोस्ट शेयर किया.
एलेक्स कैरी ने इस मामले पर क्या था?
एडिलेड टेस्ट मैच के पहले दिन के खेल के बाद एलेक्स कैरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए थे. ऐसे में उनसे स्निको मीटर वाले मामले पर भी सवाल पूछा गया. एलेक्स ने भी माना कि उन्हें ऐसा लगा कि कुछ तो उनके बैट से लगा है, लेकिन वह इतना हल्का था कि उन्हें भी पूरा यकीन नहीं था. उन्होंने माना कि अगर अंपायर उन्हें आउट देते तो वह डीआरएस जरूर लेते, लेकिन पूरे विश्वास के साथ नहीं. क्योंकि मुझे बैट से कुछ लगने का एहसास तो जरूर हुआ था,लेकिन भाग्य ने मेरा साथ और मुझे डीआरएस लेने की नौबत नहीं पड़ी.
सारांश:
एडिलेड टेस्ट मैच के दौरान DRS फैसले को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। एक बल्लेबाज साफ तौर पर आउट नजर आ रहा था, लेकिन थर्ड अंपायर और तकनीक के इस्तेमाल के बाद उसे नॉटआउट करार दे दिया गया। इस फैसले से खिलाड़ियों, कमेंटेटरों और फैंस में नाराजगी देखने को मिली और सोशल मीडिया पर DRS की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे।
