22 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : इन दिनों पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। कश्मीर से लेकर हिमाचल तक गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, मनाली, कुफरी, नारकंडा हर तरफ जमकर बर्फबारी हो रही है। कश्मीर में चिल्लेकलां की शुरुआत हो चुकी है। नदियों का पानी जम चुका है और पूरी घाटी एक व्हाइट पोस्टकार्ड बन गई है । शायद यही वजह है कि सैलानी पहाड़ों की तरफ दौड़े चले जा रहे हैं। विंटर ब्रेक, ईयर एंड वेकेशन और न्यू ईयर को यादगार बनाने का प्लान सबको चाहिए। बर्फ, सुकून और वो तस्वीरें जो साल भर फोन की गैलरी में मुस्कुराती रहें। लेकिन जहां कुछ लोगों के लिए ये मौसम खुशियों का पैकेट है वहीं कुछ लोगों के लिए यही मौसम मन को थोड़ा भारी भी कर देता है। आखिर इस मौसम में मन उदास क्यों हो जाता है? 

‘सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर’ यानि ‘विंटर ब्लूज’ ये कोई बड़ी बीमारी नहीं है, लेकिन अगर समझा ना जाए तो दिल-ओ-दिमाग दोनों पर असर डाल सकती है। दरअसल, जब सर्दियों में धूप कम मिलती है तो दिमाग के केमिकल चेंजेज होते हैं। सेरोटोनिन जो मूड को अच्छा रखता है वो कम होने लगता है और मेलाटोनिन जो नींद से जुड़ा हार्मोन है। उसके लेवल बढ़ने लगता है। नतीजा ज्यादा नींद, कम एनर्जी और मन थोड़ा बुझा-बुझा सा रहता है। विंटर ब्लूज का इलाज करना है तो सुबह थोड़ी धूप, हल्की वॉक, योग और प्राणायाम करें। अपने दोस्तों-परिवार के साथ वक्त बिताएं और सबसे जरूरी खुद से जुड़ना है।

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर  का असर

सूरज की रोशनी की कमी होने से हार्मोन्स पर असर पड़ने लगता है। ऐसे में आपको ज्यादा नींद आती है। थकान और आलस छाने लगता है। साथ ही एनर्जी भी लो हो जाती है। बॉडी एक्टिव नहीं रहती और वजन बढ़ने लगता है। जिससे हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर और हार्ट के लिए भी खतरा पैदा होता है।

हाई ब्लड प्रेशर से खतरा

  • ब्रेन स्ट्रोक
  • हार्ट अटैक
  • किडनी फेल
  • डिमेंशिया

हाई बीपी के लक्षण 

  • बार-बार सिरदर्द
  • ब्रीदिंग प्रॉब्लम
  • नसों में झनझनाहट
  • चक्कर आना 

बीपी कैसे कंट्रोल करें

  • खूब पानी पीएं
  • स्ट्रेस-टेंशन कम लें
  • खाना समय से खाएं
  • जंक फूड ना खाएं
  • 6-8 घंटे की नींद लें
  • फास्टिंग करने से बचे

सर्दी में शुगर कैसे कंट्रोल करें

  • सर्दी में डाइट पर खास ध्यान दें
  • खुद को गर्म रखें
  • हाई कैलोरी फूड से बचें 
  • वर्कआउट जरूर करें
  • आधा घंटा धूप में बैठें 

मोटापा घटाएं

वजन घटाने के लिए डाइट में दालचीनी जरूर शामिल करें। 3-6 ग्राम दालचीनी लें और इसे 200 ग्राम पानी में उबालें। अब पानी में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीएं। इससे आपको वजन में काफी फर्क नजर आने लगेगा।

सिरदर्द और दूर होगा

100 ग्राम पानी में 1 चम्मच रीठा डालें, एक चुटकी सोंठ और काली मिर्च पाउडर डालें। अब इसे छानकर 2-3 बूंद नाक में डालें। इससे सिरदर्द दूर होगा।

सारांश:
सर्दियों के मौसम में शारीरिक गतिविधि कम होने और खानपान में बदलाव के कारण बीपी, शुगर और मोटापा बढ़ने लगता है। बाबा रामदेव के अनुसार नियमित योग, प्राणायाम, संतुलित आहार और दिनचर्या में अनुशासन अपनाकर इन समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है। सही लाइफस्टाइल से सर्दियों में भी सेहत को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।

Bharat Baani Bureau

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