29 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) वजन बढ़ने और बढे हुए शुगर के कारण डायबिटीज के मरीज चावल का सेवन नहीं करते हैं। लेकिन न्यूट्रिशनिस्ट दीपशिखा जैन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए बताया है कि चावल का सेवन डायबिटीज के मरीज भी कर सकते हैं। वेट लॉस प्रोसेस में भी आप चावल खा सकते हैं। बस आपको पता होना चाहिए इसे कैसे पकाया और खाया जाए। उन्होंने इस वीडियो में बताया है कि चावल अपने आप ब्लड शुगर नहीं बढ़ाता है। इसके बजाय, खाना पकाने का तरीका तय करता है कि शरीर इसे कैसे पचाएगा और इस पर कैसे प्रतिक्रिया देगा।

एक प्लेट चावल शुगर और फाइबर का सोर्स हो सकता है

दीपशिखा के अनुसार, एक प्लेट चावल शुगर या फाइबर का सोर्स हो सकता है। फर्क इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे बनाते हैं। यह भी बताता है कि चावल पूरी तरह से विलेन नहीं है, जैसा कि अक्सर माना जाता है। आप बनाने के तरीके में थोड़ा सा बदलाव करके इसके न्यूट्रिशनल फायदे बदल सकते हैं।

चावल को तुरंत पकाकर खाने से क्या होता है? 

दीपशिखा ने इस वीडियो में बताया, ” अगर आप चावल को पकाकर तुरंत उसका सेवन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। ताजा उबले हुए चावल में बहुत ज़्यादा स्टार्च होता है जो असल में बहुत ज़्यादा शुगर बढ़ाता है और इसमें कैलोरी भी ज़्यादा होती है जो वजन तेजी से बढ़ाती है। उनके अनुसार, डायबिटीज, प्रीडायबिटीज और वज़न की समस्याओं वाले लोगों के लिए, इस तरह से चावल खाना जोखिम भरा हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है।

चावल कब बनता है हेल्दी?

ताज़े उबले चावल के विपरीत, चावल को ठंडा करने से एक तरह का स्टार्च बनता है जो असल में फाइबर होता है। क्योंकि फाइबर पाचन को धीमा करता है, इसलिए ब्लड शुगर उतनी तेज़ी से नहीं बढ़ता। डाइटिशियन ने विस्तार से बताया, “जब आप चावल को आठ से 10 घंटे तक पकाकर ठंडा करते हैं, तो स्टार्च रेसिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है, जो एक तरह का फाइबर है जो आपकी गट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, इससे शुगर नहीं बढ़ेगी और इसमें इसकी तुलना में बहुत कम कैलोरी होती है।

Bharat Baani Bureau

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