नई दिल्ली:ISRO जासूसी मामले में अंतरिक्ष विज्ञानी नंबी नारायणन को फंसाने को लेकर CBI ने कुछ दिन पहले एक बड़ा खुलासा किया है. CBI ने 1994 के इसरो जासूसी मामले नंबी नारायणन को फंसाने की बात करते हुए तिरुअनंतपुरम की एक स्थानीय अदालत में पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया है. इस आरोप पत्र में किन्हें आरोपी बताया गया है फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है. CBI के अनुसार नंबी नारायणन पर जो भी आरोप लगाए थे वो पुरी तरह के बेबुनियाद थे. यही वजह थी कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में ना नंबी नारायणन को बाइज्जत बरी किया था. इस मामले से ये तो समझ आता है कि अगर पुलिसिया सिस्टम चाहे तो वो किसी को किस हद तक किसी झूठे मामले में फंसा सकती है. आज हम आपको इसी मामले से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां देने जा रहे हैं. साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि नंबी नारायणन कौन हैं और आखिर इस मामले में उनका नाम कैसे सामने आया.