24 अगस्त 2024 : कभी-कभी क्रिकेट में कुछ मैच ऐसे होते हैं, जहां एक बार के लिए रोमांचक शब्द भी छोटा पड़ने लगता है। शुक्रवार को महाराजा T20 में एक ऐसा ही मुक़ाबला हुआ, जहां हुबली टाइगर्स और बेंगलुरू ब्लास्टर्स के बीच कुल
हुबली टाइगर्स की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 164 रनों का स्कोर खड़ा किया था, जवाब में बेंगलुरू ब्लास्टर्स की टीम ने भी 164 रन ही बनाए और मुक़ाबला टाई हो गया।
दूसरी पारी के 20वें ओवर में बेंगलुरु ब्लास्टर्स की टीम को जीत के लिए सिर्फ़ छह रनों की आवश्यकता थी। ओवर की पहली गेंद पर चौका भी लग चुका था। लेकिन उसके बाद अगली पांच गेंद में सिर्फ़ एक रन बने और तीन विकेट गिरे। इस तरह से मुक़ाबला टाई हो गया।
पहला सुपर ओवर : पांडे को मिला भाग्य का साथ
बेंगलुरू ब्लास्टर्स के कप्तान मयंक अग्रवाल पहले सुपर ओवर की पहली गेंद पर ही आउट हो गए थे। इसके बावजूद उनकी टीम में वापसी करते हुए 10 रन बनाए।
इसके जवाब में हुबली टाइगर्स की टीम ने पहले तीन गेंद में सिर्फ़ दो ही रन बनाए थे लेकिन मनीष पांडे ने अंतिम तीन गेंद पर आठ रन बना दिए। हालांकि इस सुपर ओवर में मनीष को भाग्य का भी साथ मिला था। उनकी टीम को अंतिम गेंद पर दो रनों की दरकार थी लेकिन बोलर ने उनका कैच टपका दिया और मनीष ने सिंगल चुराते हुए, सुपर ओवर को भी टाई करवा दिया।
दूसरा सुपर ओवर: कवरेप्पा की शानदार गेंदबाज़ी
दूसरे सुपर ओवर में पांडे युवा बल्लेबाज़ मानवंत के साथ बल्लेबाज़ी करने आए। मानवंत अब तक इस मैच में कमाल का प्रदर्शन कर चुके थे। पहली पारी में बल्लेबाज़ी के दौरान उन्होंने 15 गेंद में 28 रन बनाए थे, जिसके कारण उनकी टीम 164 के स्कोर तक पहुंच पाई थी। इसके बाद गेंदबाज़ी में उन्होंने 33 रन देकर 4 विकेट लिए। हालांकि दूसरे सुपर ओवर में पांडे और वह सिर्फ़ 8 ही रन जुटा सके।
हालांकि इतने कम स्कोर का बचाव करते हुए, तेज़ गेंदबाज़ विद्वत कवरेप्पा ने कमाल की गेंदबाज़ी की। उनकी पहली गेंद पर चौका लग चुका था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अगली पांच गेंद में सिर्फ़ चार रन दिए और दूसरा सुपर ओवर भी टाई हो गया।
तीसरा सुपर ओवर: मानवंत फिर से बने हीरो
तीसरे सुपर ओवर में मानवंत को गेंद थमाई गई थी। उन्होंने पहली ही गेंद पर विकेट निकाल दिया था लेकिन अंतिम गेंद पर सिक्सर लगने के कारण, ओवर में कुल 12 रन बने।
टाइगर्स की तरफ़ से एक बार फिर से पांडे और मानवंत को जिम्मेदारी सौंपी गई। मानवंत ने पहली दो गेंदों पर 6 छह रन बना कर अच्छी शुरुआत भी की लेकिन अगली तीन गेंदों पर सिर्फ़ तीन ही रन आए, जिसमें एक एक्स्ट्रा रन था। अब मामला अंतिम गेंद पर तीन रनों का था और इस बार मानवंत ने कोई ग़लती नहीं की और चौके के साथ अपनी टीम को जीत दिला दी।