27 अगस्त 2024 : कहानी एक कपल की है. इस कपल का नाम रुचि कालरा और आशीष महापात्रा है. दोनों पति-पत्नी की मेहनत के बाद, रुचि कालरा भारत की सबसे सफल स्टार्टअप संस्थापक हैं. रुचि कालरा दो कंपनियों की सह-संस्थापक हैं. दोनों ही कंपनियां यूनिकॉर्न हैं और दोनों ही सफल हैं.
जो लोग अपने दम पर सफल होकर दिखाते हैं, उन लोगों की कहानी काफी प्रेरणादायक होती है. ये कहानियां बाकी लोगों को भी कुछ कर दिखाने के लिए प्रेरणा देती हैं. ऐसी ही एक कहानी एक कपल की है. इस कपल का नाम रुचि कालरा और आशीष महापात्रा है. दोनों पति-पत्नी की मेहनत के बाद, रुचि कालरा भारत की सबसे सफल स्टार्टअप संस्थापक हैं. रुचि कालरा दो कंपनियों की सह-संस्थापक हैं. दोनों ही कंपनियां यूनिकॉर्न हैं और दोनों ही सफल हैं, जो एक दुर्लभ उपलब्धि है.
2015 में शुरू किया अपना पहला बिजनेस
रुचि कालरा ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद कालरा ने मैकिन्से में आठ साल से अधिक समय तक काम किया. साल 2015 में रुचि कालरा ने अपने पति मोहपात्रा के साथ मिलकर ऑफबिजनेस की स्थापना की. यह एक बी-टू-बी प्लेटफॉर्म है जो कच्चा माल, औद्योगिक आपूर्ति आदि बेचता है. इस कंपनी का आज के समय में वैल्यूएशन 44,000 करोड़ रुपये है. वह ऑक्सीज़ो फाइनेंशियल सर्विसेज़ की सीईओ भी हैं, जो ऑफबिजनेस की लोन देने वाली शाखा है, जिसने 1 बिलियन डॉलर (8200 करोड़ रुपये) के वैल्यूएशन पर 200 मिलियन डॉलर जुटाए.
2017 में शुरू किया ये बिजनेस
2017 में रुचि कालरा ने ऑक्सीज़ो की स्थापना की, जो उनके प्लेटफ़ॉर्म से उत्पाद खरीदने वालों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है. उनका आदर्श वाक्य सरल है – हर लेनदेन से लाभ निकालना. 2021 में कंपनी का रेवेन्यू 197.53 करोड़ रुपये रहा. अगले साल यह बढ़कर 312.97 करोड़ रुपये हो गया. 2021-2022 में उनका मुनाफा 60.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले साल यह 39.94 करोड़ रुपये था. जबकि वित्त वर्ष 2022 में ऑफ बिजनेस की कीमत करीब 7269 करोड़ रुपये थी. कंपनी का टैक्स के बाद लाभ 125.63 करोड़ रुपये रहा. इसके साथ ही वे भारत में दो यूनिकॉर्न के मालिक बनने वाले पहले कपल बन गए.
73 निवेशकों ने किया था कपल का आइडिया रिजेक्ट
2016 में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि शुरुआत में 73 निवेशकों ने उनके आइडिया को खारिज कर दिया था. हालांकि, उन्हें अपनी कंपनी स्थापित करने के लिए सिर्फ़ एक की ज़रूरत थी और बाकी सब इतिहास है. उनकी दो यूनिकॉर्न की कीमत फिलहाल 52,000 करोड़ रुपये है. 2022 में उनकी कुल संपत्ति करीब 2600 करोड़ रुपये थी.