नई दिल्ली 29 अगस्त 2024 : क्रिकेट में 0 पर आउट होने को शर्मसार करने वाला क्षण माना जाता है. किसी भी बैटर को इससे ज्यादा शर्मिंदगी तब होती है जब वह अपनी पहली ही गेंद पर विकेट गंवा दे. इसे ‘गोल्डन डक’ कहा जाता है. टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में अब तक कुछ ऐसे मौके आए हैं जब किसी बॉलर ने ‘गोल्डन डक’ पर आउट करने का बदला विपक्षी टीम के उसी बॉलर को इसी अंदाज में पहली ही बॉल पर आउट करके चुकाया है.
टेस्ट क्रिकेट में अब तक 6 मौकों पर ‘जैसे को तैसा’ की तर्ज पर किसी बॉलर ने उसे पहली गेंद पर आउट करने वाले विपक्षी बॉलर का विकेट भी पहली ही गेंद पर झटका है. भारत के हरफनमौला कपिल देव ने पाकिस्तान के खिलाफ 1983 के बेंगलुरु टेस्ट में ऐसा किया था.
नजर डालते हैं उन बॉलरों पर जिन्होंने किसी टेस्ट में पहली गेंद पर आउट होने के बाद उसी बॉलर को ‘गोल्डन डक’ पर आउट किया..
दक्षिण अफ्रीका के हेसलटाइन ने पहली बार किया था यह कमाल
टेस्ट क्रिकेट में ‘गोल्डन डक’ पर आउट होने के बाद उसी विपक्षी बॉलर को पहली बॉल पर आउट करने का कारनामा सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज क्रिस्टोफर हेसलटाइन (Christopher Heseltine) ने किया था. दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच 1896 के जोहानिसबर्ग टेस्ट में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जॉर्ज रोव (George Rowe) ने पहली पारी में हेसलटाइन को पहली ही गेंद पर LBW किया था. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हेजलटाइन ने इसका बदला इंग्लैंड की दूसरी पारी में रो को ‘गोल्डन डक’ पर बोल्ड करके चुकाया था.
भारत के कपिल देव ने हफीज को इसी अंदाज में किया आउट
भारत के कपिल देव (Kapil Dev) ने पाकिस्तान के खिलाफ 1983 के बेंगलुरु टेस्ट (तब बेंगलोर) में हेजलटाइन के कारनामे को दोहराया और ऐसा करने वाले दुनिया के दूसरे बॉलर बने थे. बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अजीम हफीज (Azeem Hafeez) ने कपिल को उनकी पहली ही गेंद पर मोहसिन खान के हाथों कैच कराया था. कपिल देव ने पाकिस्तान की पहली पारी में हफीज को भी उनकी पहली गेंद पर बोल्ड करके हिसाब चुका दिया था.
‘गोल्डन डक’ पर आउट वॉल्श ने रीड से किया हिसाब बराबर
1983 के बाद ऐसा अवसर 1991 के ब्रिजटाउन टेस्ट में आया जब दो बॉलर्स ने एक-दूसरे को ‘गोल्डन डक’ पर आउट किया. वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रूस रीड ने कर्टनी वॉल्श (Courtney Walsh) को गोल्डन डक पर आउट किया था. वॉल्श का कैच जैफ मार्श ने पकड़ा था. वॉल्श ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में रीड को उनकी पहली ही गेंद पर आउट करके इसका बदला ले लिया था. उन्होंने रीड (Bruce Reid) को बोल्ड किया था. बता दें, इस टेस्ट की पहली पारी में भी वॉल्श ने रीड को 0 पर बोल्ड किया था लेकिन तब वे चौथी गेंद पर आउट हुए थे.
पहली ही गेंद पर आउट हुए मैकगिल ने मुरली से चुकाया बदला
शुरुआत की तीनों ‘जंग’ तेज गेंदबाजों के बीच थीं. 2004 में पहली बार ऐसा मौका आया जब इंटरनेशनल क्रिकेट में दो स्पिनरों ने एक-दूसरे को ‘गोल्डन डक’ पर आउट किया. ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के गॉल टेस्ट की पहली पारी में मेजबान टीम के स्पिनर मुरलीधरन (Muthiah Muralidaran) ने स्टुअर्ट मैकगिल को पहली ही गेंद पर LBW किया था. मैच के आखिरी दिन श्रीलंका की दूसरी पारी में मैकगिल ने भी मुरली के साथ ऐसा ही ‘सलूक’ किया. ऑस्ट्रेलिया के इस लेग ब्रेक बॉलर ने मुरली को ‘गोल्डन डक पर आउट किया. मैकगिल (Stuart MacGill) की पहली ही गेंद पर शॉट लगाने की कोशिश में मुरली को विकेटकीपर गिलक्रिस्ट’ ने स्टंप किया था. इस टेस्ट में मुरलीधरन ने ‘पेयर'(दोनों पारियों में 0 पर आउट) बनाया था लेकिन पहली पारी में वॉर्न का शिकार बनने के पहले वे एक गेंद खेलने में सफल रहे थे.
दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच सेंचुरियन के चौथे टेस्ट में दो तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) और कगिसो रबाडा (Kagiso Rabada) के बीच ‘रोचक जंग’ हुई. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने रबाडा को टेस्ट की पहली पारी में पहली ही गेंद पर LBW किया था. मैच के आखिरी दिन रबाडा ने एंडरसन को ‘गोल्डन डक’ पर LBW करके न सिर्फ इस ‘अपमान’ का बदला चुकाया बल्कि पारी में 32 रन देकर 6 विकेट लेते हुए दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई थी. पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 6 विकेट लेने वाले रबाडा ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे थे.
होल्डर, एटकिंसन ने एक-दूसरे को पहली बॉल पर किया आउट
टेस्ट क्रिकेट में आखिरी बार, इसी साल जुलाई में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में यह मौका आया था जब जेसन होल्डर (Jason Holder) और गस एटकिंसन (Gus Atkinson) ने एक-दूसरे को गोल्डन डक पर आउट किया था. वेस्टइंडीज की पहली पारी में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज गस एटकिंसन ने होल्डर को पहली ही गेंद पर हैरी ब्रूक से कैच कराया. ‘गोल्डन डक’ पर आउट होल्डर ने हिसाब बराबर करने में देर नहीं लगाई और अगली ही पारी में एटकिंसन को विकेटकीपर जोशुआ डि सिल्वा से कैच कराया. एटकिंसन भी ‘गोल्डन डक’ पर आउट होकर पवेलियन लौटे. इस टेस्ट में इंग्लैंड को पारी की जीत दिलाने में प्लेयर ऑफ द मैच एटकिंसन (7/45 & 5/61) की बॉलिंग का महत्वपूर्ण योगदान रहा था.