Monkeypox 29 अगस्त 2024 : कांगो के स्वास्थ्य मंत्री रोजर काम्बा ने कहा है कि कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य (डीआरसी) में मंकीपॉक्स के कारण कम से कम 610 लोगों की मौत हो गई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने लोगों से सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने के बारे में कहा है. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से टीकाकरण करवाने को कहा है.
देश में अब तक 17,801 संदिग्ध मामले:
यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि संदिग्ध मामले संघर्ष प्रभावित प्रांतों से सामने आ रहे हैं, जहां देश के 7.3 मिलियन आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों में से ज्यादा लोग रहते हैं, जिससे “दशकों के संघर्ष से तबाह हुई आबादी के लिए पहले से ही असहनीय स्थिति और ज्यादा खराब होने का खतरा है.”
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डब्ल्यूएचओ ने तैयार की है रणनीति:
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मंकीपॉक्स (जिसे एमपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है) को लेकर एक वैश्विक रणनीति तैयार की है, जिसमें वह इस वायरस को रोकने में बड़ी भूमिका निभाएगा. इसके लिए वह वैश्विक, क्षेत्रीय और नेशनल लेवल पर काम करेगा.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडहानोम गेब्रियेसस ने कहा था, “डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और आसपास के देशों में एमपॉक्स के प्रकोप को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और राष्ट्रीय व लोकल पार्टनर्स, सिविल सोसाइटी, शोधकर्ताओं और निर्माताओं व हमारे सदस्य देशों के बीच एक व्यापक और इंटिग्रेटेड एक्शन प्लान की जरूरत है.”
वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन:
डब्ल्यूएचओ आर एंड डी ब्लूप्रिंट, अफ्रीका सीडीसी, महामारी तैयारी नवाचार गठबंधन (सेपी) और राष्ट्रीय एलर्जी और संक्रामक रोग संस्थान, 29-30 अगस्त 2024 को एक आभासी वैज्ञानिक सम्मेलन आयोजित करेगा. इसमें एमपॉक्स पर शोध कर रहे वैज्ञानिक इसे कंट्रोल करने पर चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. वर्तमान में 14 अफ्रीकी देशों में इसका प्रकोप है.