सनन्दन उपाध्याय/बलिया: पथरी एक ऐसी समस्या है, जिसके निदान के लिए कई प्रकार की अंग्रेजी दवाओं का उपयोग किया जाता है. इतना ही नहीं मामला बड़ा होने पर ऑपरेशन करने की भी नौबत आती है. ऐसे में विशेषज्ञों की मानें तो एक ऐसा पत्ता है, जो आसानी से और मुफ्त में मिल सकता है. ये पथरी को दूर करने में मददगार हो सकता है. इस पत्ते का नियमित सेवन करने से सिर्फ पंद्रह दिनों में पथरी के दर्द और अन्य लक्षणों में भी राहत मिल सकती है.

इस चमत्कारी पत्ते को ‘पत्थरचट्टा’ के नाम से जानते हैं. यह छोटा सा पौधा आमतौर पर खेतों, बगीचों और जंगलों में आसानी से मिल जाता है. राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की सात साल अनुभवी (MD और पीएचडी इन मेडिसिन) चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह का कहना है कि पत्थरचट्टा का उपयोग प्राचीन काल से पथरी और अन्य मूत्र संबंधी विकारों के इलाज में किया जाता रहा है. इसे रोजाना सही तरीके से सेवन करने से पथरी को खत्म करने में मदद मिल सकती है, और यह पूरी तरह से सुरक्षित है.

पत्थरचट्टा का उपयोग कैसे करें?
कृषि और आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, पत्थरचट्टा को सही तरीके से उपयोग करने से पथरी को खत्म करने में मदद मिल सकती है. पत्थरचट्टा की ताजा पत्तियों को तोड़कर उनका रस निकाल लें. रोजाना सुबह खाली पेट इस रस का एक चम्मच सेवन करें. वहीं दूसरी ओर इसकी पत्तियों और डंठल को धोकर पानी में उबाल लें. इस काढ़े को छानकर सुबह और शाम सेवन करें. यह पथरी को धीरे-धीरे गलाने में मदद करेगा.

पाउडर बनाकर कर सकते हैं इस्तेमाल
पत्थरचट्टा को सुखाकर उसका पाउडर बना लें. रोजाना इस पाउडर का एक चम्मच सेवन करें. इसे पानी या शहद के साथ मिलाकर लिया जा सकता है. पत्थरचट्टा के अन्य फायदे भी हैं. पत्थरचट्टा मूत्राशय के संक्रमण को भी दूर करने में सहायक है. यह लीवर के लिए एक प्राकृतिक टॉनिक का काम करता है और लीवर की बीमारियों से बचाता है. नियमित उपयोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है.

Bharat Baani Bureau

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