Dengue Fever Prevention 29 अगस्त 2024 : बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों का कहर बढ़ जाता है. इसकी सबसे बड़ी जगह पानी का जमाव होता है. जब बारिश होती है, तो घरों और आसपास पानी जमा हो जाता है. इससे मच्छर पैदा हो जाते हैं और डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बरसात के बाद डेंगू का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिलता है और इससे बचने के लिए सभी को अभी से कोशिश करनी चाहिए. डेंगू एक खतरनाक संक्रमण है, जिसे लेकर लापरवाही करना जानलेवा हो सकता है. इस बारे में एक्सपर्ट से जरूरी बातें जान लेते हैं.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि डेंगू एक वायरल इंफेक्शन होता है, जो मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलता है. अगर कोई व्यक्ति डेंगू का शिकार हो जाए, तो उसे तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मसल्स और जॉइंट्स में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी और स्किन पर रैशेज जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं. डेंगू होने पर लोगों का प्लेटलेट काउंट तेजी से कम हो जाता है और कई गंभीर मामलों में ब्लीडिंग भी हो सकती है. डेंगू का सही वक्त पर इलाज न किया जाए, तो मौत भी हो सकती है.
बारिश के बाद क्यों फैलता है डेंगू?
डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि बारिश के बाद डेंगू का कहर ज्यादा बढ़ जाता है. दरअसल बारिश की वजह से जगह-जगह पानी भर जाता है और इसकी वजह से मच्छर पैदा होने लगते हैं. खासतौर से एडीज एजिप्टी मच्छर पानी में अंडे देते हैं और उनका लार्वा पानी में विकसित होता है. जब ये मच्छर संक्रमित होते हैं, तो लोगों को काटने पर डेंगू का संक्रमण फैल जाता है. मच्छर काटने के कुछ दिनों बाद डेंगू के लक्षण नजर आने लगते हैं. अगर किसी को डेंगू के लक्षण नजर आएं, तो इसका टेस्ट कराना चाहिए. ब्लड टेस्ट के जरिए डेंगू का पता लगाया जा सकता है.
डेंगू से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
एक्सपर्ट की मानें तो डेंगू से बचने के लिए घर और आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरों से बचने की हर संभव कोशिश करें. रात को सोते समय आप मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और एंटीमॉस्किटो क्रीम लगाएं. इसके साथ ही मच्छर के लार्वा को मारने के लिए फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें और नियमित रूप से सफाई बनाए रखें. इस मौसम में पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, ताकि मच्छरों के अलावा बरसाती कीड़ों से बचाव हो सके. अगर किसी तरह की परेशानी हो, तो डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करें.
क्या करें अगर डेंगू का शिकार हो जाएं?
हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया कि डेंगू होने पर बुखार आए, तो पैरासिटामोल टेबलेट ली जा सकती है. यह दवा बुखार कम करने के अलावा बॉडी पेन से भी राहत दिला सकती है. ठंडे पानी के स्पॉन्जिंग से भी डेंगू फीवर को कम किया जा सकता है. स्पॉन्जिंग का मतलब है कि ठंडे पानी में रूमाल या कोई कपड़ा भिगोकर शरीर को पोंछना. हालांकि एक दो दिन में बुखार ठीक न हो, तो डॉक्टर से मिलकर जांच करानी चाहिए. डेंगू को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. एक बात और ध्यान रखनी चाहिए कि डेंगू होने पर पैरासिटामोल के अलावा कोई अन्य दवा डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल न लें.