12 सितम्बर 2024 : जिले के आबूरोड शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित ऋषिकेश मंदिर के पास ही जंगल में बने हाथी कुंड में सुंदर प्राकृतिक झरना बहता है. ये जगह शहर से करीब होने की वजह से काफी संख्या में यहां युवा आते हैं. यहां पहुंचने के लिए आपको ऋषिकेश मंदिर से करीब 1 किलोमीटर पैदल जंगल में आना होगा.
पिंडवाड़ा तहसील के काछोली स्थित गंगाजलिया महादेव मंदिर के पास ही अरावली की पहाडियों से यहां एक सुंदर झरना बहता है. बारिश के समय ये स्थान पिकनिक स्पॉट बन जाता है. लोग दोस्तों और परिवार के साथ यहां के नजारों का लुत्फ उठाने आते हैं. यहां पहुंचने के लिए पिंडवाड़ा-आबूरोड फोरलेन से काछोली गांव आना होगा. यहां शिव मंदिर के पास ही यह सुंदर झरना बहता है.
इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको रेवदर तहसील के गुलाबगंज या असावा से बुरारी खेड़ा पहुंचना होगा. यहां से करीब 1-2 किलोमीटर पैदल चलकर उडवारिया के कुंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचना होगा. यहां पर अरावली की पहाडियों से आने वाले बरसाती पानी से सुंदर झरना बहता है. दूरदराज से लोग झरने का आनंद लेने आते हैं.
आबूरोड-अम्बाजी मार्ग पर सियावा गांव से करीब 2-3 किलोमीटर दूर बांधियागढ़ में बना ये प्राकृतिक झरना काफी ऊंचाई से गिरते पानी की वजह से पहचाना जाता है. यहां लोग पहाडों और जंगल में ट्रेकिंग कर पहुंचते हैं. ऐसे में शाम के समय यहां आना सुरक्षित नहीं है.
जिले के देलदर तहसील में मुदरला क्यारा गांव से करीब 2-3 किलोमीटर अंदर वन क्षेत्र में बने प्राचीन वरवाणेश्वर महादेव मंदिर के पास ही एक सुंदर कुंड और झरना बहता है. माउंट आबू मार्ग से नीचे की तरफ ये जगह नजर आती है. बारिश के समय काफी संख्या में लोग यहां शिव मंदिर के दर्शन करने और झरने का लुत्फ उठाने आते हैं.