नई दिल्ली 30 सितम्बर 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और कहा कि आतंकवाद का हमारी दुनिया में कोई स्थान नहीं है. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की 27 सितंबर को इजरायली हमले में हुई मौत के बाद यह पहला मौका है, जब पीएम मोदी ने नेतन्याहू को फोन किया और उनसे पश्चिम एशिया में चल रही उथल-पुथल पर जानकारी हासिल की.
दो साल से ज्यादा समय से चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद अब पीएम मोदी की नजर पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष पर है. इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना बेहद अहम है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है.
हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी ने किसी विशेष घटना का उल्लेख नहीं किया, लेकिन पिछले सप्ताह लेबनान में इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के सात शीर्ष कमांडर और अधिकारी मारे गए, जिनमें समूह का नेता हसन नसरल्लाह भी शामिल था. हमास द्वारा 7 अक्टूबर को गाजा से इजरायल पर किए गए हमले के बाद वहां युद्ध छिड़ गया था, जिसके बाद हिजबुल्लाह हमास के समर्थन में उत्तरी इजरायल में रॉकेट और मिसाइलें दाग रहा था.
लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायली सेना का हमला रुकने का नाम नहीं ले रहा. इजरायल के हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के कमांड ढांचे को ‘नष्ट’ कर दिया गया है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि समूह इसे फिर से बनाने के लिए तेजी से काम करेगा. लेबनान के विभिन्न हिस्सों में हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके कर मुख्य रूप से हिजबुल्लाह के सदस्यों को निशाना बनाया गया है. हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल में सैकड़ों रॉकेट और मिसाइले दागना जारी रखा है, लेकिन उनमें से ज्यादातर को हवा में ही नष्ट कर दिया गया या वे खुले क्षेत्रों में गिर गए.