5 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यूपीआई लाइट के तहत प्रति ट्रांजेक्शन सीमा को ₹500 से बढ़ाकर ₹1,000 कर दिया है। हालांकि, वॉलेट की कुल लेनदेन सीमा ₹5,000 ही बनी रहेगी। इस बदलाव के बाद यूजर्स एक बार में ₹1,000 तक का भुगतान कर सकते हैं और वॉलेट में उपलब्ध राशि को पांच ट्रांजेक्शन में उपयोग कर सकते हैं।
ऑफलाइन भुगतान की सुविधा
यूपीआई लाइट के जरिए लेनदेन बिना इंटरनेट के होता है, जिसमें बार-बार पिन डालने की आवश्यकता नहीं होती। इन लेनदेन में एडिशनल फैक्टर ऑफ ऑथेंटिकेशन (AFA) की आवश्यकता भी नहीं होती। ऑफलाइन मोड में एक बार में अधिकतम ₹2,000 तक का भुगतान किया जा सकता है।
UPI लाइट की सीमा पहले भी बढ़ाई जा चुकी है।
जनवरी 2022 में, RBI ने छोटे डिजिटल भुगतानों के लिए ऑफलाइन ढांचे में बदलाव किए थे। इसके बाद, इस साल अक्टूबर में भी यूपीआई लाइट की भुगतान सीमा बढ़ाने का ऐलान किया गया था।
UPI ट्रांजेक्शन ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
अक्टूबर 2024:
- कुल लेनदेन: 16.58 बिलियन
- लेनदेन की वैल्यू: ₹23.50 ट्रिलियन
नवंबर 2024:
- डेली ट्रांजेक्शन: 516 मिलियन
- डेली औसत वैल्यू: ₹71,840 करोड़
इस कदम से छोटे भुगतानों को और भी सुविधाजनक बनाया जाएगा, खासकर उन स्थानों पर जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या है। UPI लाइट उपयोगकर्ताओं को बार-बार पिन डालने से बचने और तेजी से लेनदेन करने में सहायक होगा।
सारांश – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यूपीआई लाइट के तहत प्रति ट्रांजेक्शन सीमा ₹500 से बढ़ाकर ₹1,000 कर दी है, जबकि वॉलेट की कुल सीमा ₹5,000 बनी रहेगी। यूपीआई लाइट से बिना इंटरनेट और बार-बार पिन डाले ऑफलाइन लेनदेन संभव होगा। इस बदलाव से छोटे भुगतानों को आसान बनाने में मदद मिलेगी, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी है। अक्टूबर 2024 में यूपीआई ने 16.58 बिलियन लेनदेन किए, जिनकी वैल्यू ₹23.50 ट्रिलियन थी।