नई दिल्ली 7 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -. गोविंदा 90 के दशक में मेकर्स के लिए बैंककेबल स्टार हुआ करते थे. उस दौर में उन्होंने सुपरहिट फिल्मों की लाइन लगा दी थी. गोविंदा ने करियर की सबसे ज्यादा सफल फिल्में डायरेक्टर डेविड धवन के साथ दी हैं. दोनों की ‘साजन चले ससुराल’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘हीरो नंबर 1’, ‘राजा बाबू’ जैसी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस बड़ी सफल साबित हुईं. हाल ही में गोविंदा की पत्नी सुनीता ने बताया कि एक्टर और डेविड धवन के बीच रिश्ते कैसे खराब हुए थे. उनका कहना है कि गोविंदा आज भी 90 के दशक में अटके हुए हैं, यहां तक कि उनके बच्चे भी उनकी सलाह को गंभीरता से नहीं लेते हैं.
यूट्यूब चैनल हिंदी रश को दिए इंटरव्यू में सुनीता आहूजा ने कहा, ‘मैं हमेशा कहती हूं कि डेविड धवन मेरे पिता जैसे हैं. उनके साथ मेरी बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी. लेकिन क्या होता है कि उस समय, एक्टर्स के पास बहुत सारे चमचे होते थे और वे गलतफहमियां पैदा करते थे. डेविड और गोविंदा की पार्टनरशिप देखकर लोग जलते थे. जब आप अपने आस-पास निगेटिव लोगों को रखते हैं, तो उनकी निगेटिविटी आप पर भी असर डालती है.’
क्यों टूटी डेविड धवन और गोविंदा की जोड़ी?
सुनीता ने कहा कि फिल्ममेकर डेविड धवन ने गोविंदा से कभी कुछ गलत नहीं कहा, बल्कि उन्हें बदलते समय के साथ ढलने की सलाह दी थी. सुनीता ने बताया. ‘डेविड ने कुछ भी गलत नहीं कहा. 90 के दशक में सोलो हीरो फिल्में चलती थीं, लेकिन अब ऐसी फिल्में चलेंगी? डेविड ने गोविंदा को सेकंड लीड रोल करने का सुझाव दिया था. बड़े मियां छोटे मियां में दोनों (गोविंदा और अमिताभ बच्चन) टॉप हीरो थे. लेकिन गोविंदा के आसपास के लोग उनके कान भरते थे कि तुम हीरो हो. यह सब देखकर मुझे बहुत गुस्सा आता था. गोविंदा के सर्कल में लोग अच्छे नहीं थे, सब भड़काने वाले थे.’
‘मैं चापलूसी नहीं करती हूं’
गोविंदा की अपकमिंग फिल्मों को लेकर भी पत्नी सुनीत ने बात की. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उन्होंने तीन फिल्में अनाउंस की हैं, उम्मीद है कि सब अच्छा हो.’ हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह इन प्रोजेक्ट्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. सुनीता ने कहा, ‘मैं जब तक सब्जेक्ट नहीं सुनूंगी, मैं अच्छे को अच्छा और बुरे को बुरा बोलती हूं. मैं चापलूसी नहीं करती हूं, चाहे आप मेरे पति हों या गोविंदा. मैं वाह वाह प्रोडक्शन नहीं हूं, मैं सही-सही प्रोडक्शन हूं.’
बच्चे नही सुनते गोविंदा की सलाह
सुनीता आहूजा ने अपने बेटे यशवर्धन आहूजा के बारे में भी बात की, जो 2025 में बॉलीवुड डेब्यू करने जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि करियर को लेकर गोविंदा की सलाह बच्चे नहीं मानते हैं. सुनीता ने बताया, ‘कोई भी गोविंदा की सलाह नहीं सुनता, क्योंकि वह 90 के दशक में अटके हुए हैं. मैं 2024 के हिसाब से सलाह देती हूं. हम गोविंदा से बार-बार कहते हैं कि 90 के दशक से आगे बढ़ो.’