नई दिल्ली 13 फरवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -:  आशा भोसले और किशोर कुमार ने कई सदाबहार गानों पर साथ काम किया है, जिनमें ‘एक मैं और एक तू’, ‘प्यार का दर्द है’ और ‘सुनिए कहिए’ शामिल हैं. उनकी यात्रा चंचल चिढ़ाने और साझा संघर्षों से शुरू हुई, इससे पहले कि वे एक अच्छे प्ले बैक सिंगर के रूप में लोकप्रिय हो गए. हाल ही में एक इंटरव्यू में भोसले ने कुमार के साथ अपने बेहतरीन मोमेंट्स को याद किया, जिन्होंने हमेशा उन्हें एक छोटी बहन की तरह माना. आशा भोसले ने हाल ही में जाने- माने महालक्ष्मी स्टूडियो में अमृता राव और उनके पति आरजे अनमोल के साथ एक स्पेशल इंटरव्यू के लिए आई थीं.

जब किशोर दा ने डॉन रख दिया आशा भोसले का ना
आपको बता दें कि ये वही स्टूडियो था जहां उन्हें अपने करियर की शुरुआत में रिजेक्ट कर दिया गया था. अपनी कहानी साझा करते हुए सिंगर ने कहा, ‘किशोर दा और मैं बहुत नए थे जब हमने मुक्कदर नामक एक फिल्म के लिए गाने गाए थे. वो बहुत अजीब थे. एक बार हम एक गाना गा रहे थे, जो कुछ इस तरह था, ‘एक, दो, तीन, चार, बागो में आई बहार.’ मराठी में दो के लिए डॉन कहते हैं, इसलिए मैंने इसे वैसे ही गाया. उसके बाद से, उन्होंने मेरा नाम डॉन रख दिया और हमेशा इसे याद करके मेरा मजाक उड़ाते थे. मैं उनसे बहुत डरती थी क्योंकि वो हमेशा मुझे चिढ़ाते थे. वो कोरस सिंगर्स के साथ मिलकर मेरे खिलाफ हो जाते थे. एक समय के बाद, मैंने भी उनका बदला लेना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, ‘तू भी पक्की है’ और हम दोस्त बन गए.’ उन्होंने आगे कहा, ‘किशोर दा परेशान थे, लेकिन मैं सकारात्मक थी. मैंने उस दिन उनसे कहा था कि वो एक महान कलाकार बनेंगे. कुछ साल बाद, हम फिर से रिकॉर्डिंग करने गए. हम जाने-माने चेहरे बन गए थे. संयोग से, वही रिकॉर्डिस्ट वहां भी मौजूद था. जब हम वहां गए, किशोर दा ने उन्हें देखा और मुझसे कहा, ‘आशा, खलनायक यहां है.’ मुझे परवाह नहीं थी, लेकिन किशोर दा ने कहा कि मैं उनसे बात करूंगी.

कपड़ों से लग जाता था किशोर कुमार के अच्छे- बुरे मूड का् अंदाजा
आगे आशा भोसले ने कहा, ‘अगर वो रिकॉर्डिस्ट है तो मैं नहीं गाऊंगा.’ मैंने उन्हें रोक दिया. मैंने कहा, ‘दादा, यह सही नहीं है, हमें कभी किसी की नौकरी नहीं छीननी चाहिए.’ किशोर दा ने मुझे याद दिलाया कि उन्होंने हमारे साथ क्या किया था. मैंने कहा, ‘समय सही नहीं था.’ लेकिन फिर भी, किशोर दा गए और उन पर चिल्लाए. यह सब नियति है.’ आशा भोसले ने तब साझा किया कि किशोर कुमार के मूड का अंदाजा उनके कपड़ों से लगाया जा सकता था. उन्होंने कहा, ‘वो बहुत शरारती थे और वो एक ही इंसान थे. वो एक फिल्म निर्माता, संगीत निर्देशक, गायक, लेखक, अभिनेता, सब कुछ थे. उनके हुनर ​​की बराबरी करना बहुत मुश्किल है. जब भी वो आते, मैं उनके पहनावे से उनके मूड का अंदाजा लगा लेती. अगर वो सफेद कुर्ता और धोती के साथ टोपी पहने होते, तो इसका मतलब था कि वो अच्छे मूड में हैं. लेकिन अगर वो लुंगी और बिखरे बालों में आते, तो मैं उनसे बात करने से बचती. फिर वो मेरे पास आते और कहते, ‘आशा मैंने जानी तेरे मन की भाषा’, और मैं अनदेखा कर देती. वो मुझे अपनी छोटी बहन की तरह मानते थे.’ बता दें कि अपने करियर में किशोर कुमार ने हिंदी, गुजराती, बंगाली और मराठी सहित तकरीबन 2,905 गाने गाए थे जबकि आशा भोसले अब तक 12,000 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड कर चुकी हैं.

सारांश: 12,000 से ज्यादा गाने गा चुकीं आशा भोसले ने खुलासा किया कि उन्हें एक ऐसे फेमस सिंगर से डर लगता था, जिसने सिर्फ 3,000 गाने गाए हैं। कौन है वो सिंगर और क्या थी इसकी वजह? जानिए पूरी कहानी।

Bharat Baani Bureau

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