24 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच घरेलू शेयर बाजार सोमवार (24 मार्च) को लगातार छठें ट्रेडिंग सेशन में जोरदार तेजी के साथ बंद हुए। विदेशी निवेशकों (FIIs) की खरीदारी के साथ बैंक स्टॉक्स (Bank Stocks) में तेजी से बाजार में तूफानी तेजी आई।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज शानदार तेजी के साथ 77,456 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 78,107.23 अंक के हाई तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 1078.87 अंक या 1.40% की जोरदारी तेजी के साथ 77,984.38 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी मजबूती के साथ 23,515 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 23,708.75 अंक के लीग लेवल तक चला गया था। अंत में निफ्टी 307.95 अंक या 1.32% उछलकर 23,658.35 पर क्लोज हुआ।
टॉप गेनर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), टेक महिंद्रा और पावर ग्रिड कॉर्प के शेयरों में 4.63 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
टॉप लूजर्स
दूसरी तरफ नेस्ले इंडिया, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जोमैटो, इंडसइंड बैंक और टाइटन 2.73 प्रतिशत तक गिरकर बंद हुए।
बाजार में तेजी का कारण?
1. उचित वैल्यूएशन: भारतीय शेयर बाजार अक्टूबर 2024 से गिरावट की राह पर है। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 इंडेक्स अपने रिकॉर्ड शिखर से लगभग 14 प्रतिशत गिर चुके हैं, जबकि व्यापक मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 20 प्रतिशत से अधिक गिर चुके हैं। हालांकि, इस गिरावट ने भारतीय शेयर बाजारों में वैल्यूएशन में उछाल को खत्म कर दिया है। निफ्टी 50 का प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई रेश्यो) सितंबर 2024 में देखे गए 23.8x के अपने शिखर की तुलना में 18.8x तक गिर गया है। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स के लिए पी/ई मल्टीपल क्रमशः 42x और 28x से घटकर 30x और 23x हो गया है।
2. FPIs की वापसी: शुक्रवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) का निवेश ₹7,470.36 करोड़ रहा, जो मुख्य रूप से एफटीएसई मार्च समीक्षा के कारण हुआ। एफपीआई ने गुरुवार (20 मार्च) को ₹3,239 करोड़ के शेयर खरीदे। इससे भारतीय शेयर बाजार के प्रति एफपीआई की धारणा में संभावित बदलाव की उम्मीद बढ़ गई है।
3. स्थिर भारतीय रुपया: मजबूत घरेलू निवेश के कारण सोमवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़कर 85.85 पर पहुंच गया। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, कमजोर डॉलर ने निवेशकों की धारणा को अतिरिक्त बढ़ावा दिया। मजबूत रुपया विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय शेयरों में निवेश को आकर्षक बनाता है। इससे उन्हें भारतीय बाजारों में वापसी करने में मदद मिलती है।
शुक्रवार को कैसी थी बाजार की चाल?
पिछले शुक्रवार को बाजार लगातार पांचवें दिन मजबूती के साथ बंद हुआ और 7 फरवरी 2021 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक तेजी दर्ज की गई। BSE Sensex 557 अंकों की बढ़त के साथ 76,906 पर बंद हुआ। NSE Nifty50 160 अंकों की तेजी के साथ 23,350 के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले हफ्ते का प्रदर्शन:
- Sensex में पूरे सप्ताह के दौरान कुल 3,077 अंकों (4.17%) की बढ़त दर्ज हुई।
- वहीं, Nifty ने 953 अंकों (4.26%) की छलांग लगाई।
विदेशी निवेशकों की वापसी
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने शुक्रवार को 7,470.36 करोड़ रुपए (868.3 मिलियन डॉलर) मूल्य के भारतीय शेयर खरीदे। यह पिछले चार महीनों में विदेशी निवेशकों की एक दिन सबसे बड़ी खरीदारी थी।
ग्लोबल संकेत
एशियाई शेयर बाजारों में सोमवार को मिलाजुला रुख देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 शुरुआती कारोबार में 0.37% गिरा, लेकिन बाद में नुकसान की भरपाई करते हुए सिर्फ 0.037% की गिरावट पर ट्रेड करता नजर आया।
जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.23% चढ़ा, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.11% बढ़ा। कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग को देश की संवैधानिक अदालत ने खारिज कर दिया, जिसके बाद बाजार में सकारात्मकता आई। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.12% की हल्की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है।
पिछले शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी मामूली बढ़त देखी गई थी। S&P 500 इंडेक्स 0.08% चढ़ा, नैस्डैक कंपोजिट 0.52% ऊपर गया और डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में भी 0.08% की बढ़त दर्ज की गई।
सारांश: शेयर बाजार में लगातार छठे दिन तेजी जारी रही। सेंसेक्स 1079 अंकों की बढ़त के साथ उछला, जबकि निफ्टी 23,658 पर बंद हुआ। इस तूफानी तेजी के पीछे तीन बड़े कारण बताए जा रहे हैं।