होसपेट 21 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -: कर्नाटक में कांग्रेस सरकार जातिगत सर्वेक्षण को लेकर फूंक-फूंककर कदम रख रही है. मसला अपने नेता राहुल गांधी का जो है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को सीधा संदेश दे दिया, ‘जातिगत गणना करो, लेकिन ठीक से करो… राहुल गांधी का नाम खराब नहीं होना चाहिए.’ ये बात उन्होंने कर्नाटक के होसपेट में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में कही. सामने खुद राहुल गांधी मौजूद थे. साथ में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और कई मंत्री भी. खरगे ने कहा…
मैं सिद्धारमैया और उनके मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों से कहना चाहता हूं: जातिगत गणना कराएं, लेकिन इसे सही तरीके से करें. इससे राहुल गांधी का नाम खराब नहीं होना चाहिए. अगर आप काम का श्रेय चाहते हैं लेकिन इससे समस्याएं पैदा होती हैं, तो इसका असर पूरे राज्य पर पड़ेगा.
खरगे का बयान एक तरफ कांग्रेस सरकार को चेतावनी है, तो दूसरी ओर राहुल गांधी की छवि बचाने की कोशिश भी. जातिगत सर्वे का मुद्दा अब सिर्फ राज्य की राजनीति तक सीमित नहीं रहा. ये राष्ट्रीय बहस बन चुका है और कांग्रेस नेतृत्व नहीं चाहता कि कर्नाटक में हुई कोई चूक पार्टी को देशभर में मुश्किल में डाल दे.
खरगे का दो टूक संदेश
खरगे ने साफ कहा, ‘अगर आप काम का श्रेय लेना चाहते हैं लेकिन इससे दिक्कतें पैदा होती हैं, तो इसका असर पूरे राज्य पर पड़ेगा. इस सर्वे को ऐसे करो कि कल को कोई सवाल खड़ा न कर सके. राहुल गांधी का नाम बेवजह विवादों में नहीं आना चाहिए.’ ये बयान तब आया है जब कर्नाटक सरकार अब तक इस सर्वे की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर पाई है. सर्वे को ‘जातिगत गणना’ कहा जा रहा है और कई समुदाय इसे अवैज्ञानिक करार देकर विरोध कर चुके हैं.
किन्हें है आपत्ति?
राज्य के दो प्रमुख समुदाय- वोक्कालिगा और वीरशैव-लिंगायत, इस सर्वे के खिलाफ हैं. उनका कहना है कि सर्वे की प्रक्रिया गलत थी और इसे रद्द कर फिर से किया जाए. सिर्फ बाहर से ही नहीं, कांग्रेस के भीतर से भी विरोध के सुर उठे हैं.
बेडा जंगमा विवाद
खरगे ने एक और विवादास्पद मुद्दा उठाया. बेडा जंगमा समुदाय को अनुसूचित जाति (एससी) सूची में शामिल करने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, ‘हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र में इस समुदाय के सिर्फ 500 लोग थे, अब जनसंख्या चार-पांच लाख कैसे हो गई? यह नाइंसाफी है. इससे असली दलित समुदायों को नुकसान होगा. क्या हम एससी की मदद कर रहे हैं या उनका हक छीन रहे हैं?’ उन्होंने सरकार से फर्जी जाति प्रमाणपत्र जमा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की.
जातिगत गणना पर केंद्र को भी घेरा
खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस और राहुल गांधी के दबाव के बाद ही केंद्र की मोदी सरकार ने अब जाकर देशव्यापी जातिगत गणना पर सहमति जताई है.
सारांश:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी खरगे ने सिद्धारमैया कैबिनेट को जाति जनगणना को सही तरीके से कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में कोई गलती या लापरवाही राहुल गांधी के नाम और पार्टी की छवि पर नकारात्मक असर डाल सकती है। इसलिए सरकार को इस काम को जिम्मेदारी से पूरा करना चाहिए।