22 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – बाजार नियामक सेबी इंडसइंड बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन की ओर से किसी भी “गंभीर उल्लंघन” की जांच कर रहा है। इंडसइंड बैंक लेखा से जुड़ी धोखाधड़ी से प्रभावित है। बैंक के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने गुरुवार को यह बात कही।
पांडे ने कहा कि इंडसइंड बैंक के मुद्दों से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) निपटेगा, लेकिन सेबी संकटग्रस्त बैंक के अधिकारियों द्वारा प्रतिभूति बाजार के उल्लंघन की भी जांच कर रहा है। पांडे ने उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, “आरबीआई इस संबंध में सेबी द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पर गौर कर रहा है… सेबी का जो भी अधिकार क्षेत्र है… सेबी कर रहा है… यदि किसी के द्वारा कोई गंभीर उल्लंघन किया गया है, तो सेबी उसकी जांच कर रहा है।”
बुधवार को इंडसइंड बैंक के बोर्ड ने कहा कि उसे धोखाधड़ी में कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता का संदेह है और उसने बैंक को मामले की जानकारी जांच एजेंसियों और नियामक प्राधिकरणों को देने का निर्देश दिया।डेरिवेटिव और माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में धोखाधड़ी के साथ-साथ बैलेंस शीट के खुलासे ने निजी क्षेत्र के इस बैंक को हिलाकर रख दिया है। बैंक, जिसके शीर्ष स्तर के इस्तीफे हुए हैं, ने आंतरिक ऑडिट समीक्षा का आदेश दिया है और फोरेंसिक जांच से गुजर रहा है।
बैंक की आंतरिक लेखापरीक्षा रिपोर्ट में “पूर्व प्रमुख प्रबंधन कार्मिक (केएमपी) सहित वरिष्ठ बैंक अधिकारियों की प्रमुख आंतरिक नियंत्रणों को दरकिनार करने में संलिप्तता” का खुलासा हुआ। बैंक ने केंद्र सरकार को लेखांकन धोखाधड़ी में वरिष्ठ प्रबंधन की संभावित संलिप्तता की सूचना दी है।
29 अप्रैल को सीईओ सुमंत कठपालिया और डिप्टी सीईओ अरुण खुराना ने बैंक से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद इंडसइंड बोर्ड ने नए एमडी और सीईओ के कार्यभार संभालने तक बैंक के संचालन की देखरेख के लिए कार्यकारी अधिकारियों की एक समिति नियुक्त की।
एनएसई आईपीओ पर सेबी चेयरमैन ने कहा- सभी लंबित मुद्दे जल्द सुलझा लिए जाएंगे
सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडे ने गुरुवार को विश्वास जताया कि एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) आईपीओ में सभी लंबित मुद्दे जल्द ही सुलझ जाएंगे। एनएसई का आईपीओ प्रस्ताव भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास लंबित है, क्योंकि नियामक को कुछ चिंताएं हैं।
सेबी की चिंताओं में प्रमुख प्रबंधन कर्मियों को दिया जाने वाला मुआवजा, प्रौद्योगिकी और क्लियरिंग कॉरपोरेशन में बहुलांश हिस्सेदारी आदि शामिल हैं। एसोचैम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में पांडे ने संवाददाताओं से कहा, “सभी लंबित मुद्दों का समाधान कर लिया जाएगा और हम आगे बढ़ेंगे…एनएसई और सेबी बातचीत कर रहे हैं, वे मुद्दों का समाधान कर रहे हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि यह मामला सुलझ जाएगा और आगे बढ़ेगा।” यह पूछे जाने पर कि मुद्दे कब सुलझेंगे, उन्होंने कहा, “मैं कोई समयसीमा नहीं बता सकता लेकिन हम जल्द ही यह कर लेंगे।”