18 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) फिल्मी दुनिया बाहर से जितनी चमकदार और सुखद लगती है, अंदर से उतनी ही अनिश्चित्ताओं से भरी रहती है। कब किसकी एक हां से एक्टर की किस्मत फिर जाए और कब किसकी न से किसी दूसरे के सितारे चमक उठें इसकी कहानियां दशकों से सुनाई देती रही हैं। एक ऐसा ही हीरो है जिसने अपने शुरुआती दिनों में खूब संघर्ष झेला और एक्टर बन गया। लेकिन जब एक फिल्म को 3 सुपरस्टार्स ने ठुकरा दिया तो इस एक्टर की किस्मत चमक गई और रातों-रात स्टार बन गया। इतना ही नहीं ये फिल्म और इसका किरदार दोनों ही अमर हो गए। हम बात कर रहे हैं साल 2004 में आई फिल्म ‘मैं हूं ना’ की। मैं हूं ना (2004) शाहरुख खान की फिल्मोग्राफी की सबसे पसंदीदा और सराहनीय फिल्मों में से एक है। 

फराह खान ने किया था डायरेक्टोरल डेब्यू

फराह खान ने इसके साथ निर्देशन में अपनी शुरुआत की थी। फिल्म में शाहरुख खान और सुष्मिता सेन को अहम किरदारों में कास्ट किया गया था। इसके बाद जब जयाद खान के किरदार की कास्टिंग की बात आई तो बॉलीवुड के 3 सुपरस्टार्स को इस रोल का ऑफर दिया गया। लेकिन जब तीनों सुपरस्टार्स ने इस किरदार को करने से मना कर दिया तो जयाद खान को मौका मिला। इसके बाद जयाद खान ने इस फिल्म में दमदार रोल निभाया और रातों-रात स्टार बन गए। इसका खुलासा खुद जयाद खान ने ही किया है। बीते दिनों सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में जयाद खान ने बताया, ‘तो भूमिका पहले ऋतिक रोशन को दी गई थी, फिर सोहेल खान के पास गई, और फिर अंत में अभिषेक बच्चन को दी गई। लेकिन किसी तरह इनमें से किसी भी अभिनेता के साथ बात नहीं बनी। फिर एक दिन मैंने फराह खान को फोन किया क्योंकि मैं एक गाने की कोरियोग्राफी में उनकी मदद चाह रहा था। जिसकी मैं उन दिनों शूटिंग कर रहा था। इससे पहले कि मैं अपनी बात पूरी कर पाता फराह खान ने मुझे इस रोल का ऑफर दिया। मैंने हां कर दी और बाकी की कहानी सभी को पता है।’

मुश्किलें झेलीं फिर भी बने एक्टर

जयाद खान भले ही बॉलीवुड एक्टर संजय खान के बेटे हैं लेकिन उनका बचपन काफी मुश्किलों से गुजरा है। जयाद ने इसी इंटरव्यू में बताया था कि कैसे उनके पिता के सेट पर एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी थी। इतना ही नहीं उन दिनों पैसों की ऐसी किल्लत थी कि घर गिरवी रख गया था और गाड़ियों को खरीदकर ऑटो लिया गया था। जयाद खान ने बताया कि कैसे उन्होंने कड़ी मेहनत करके फिर से अपने परिवार को सपोर्ट किया और बाद में फिर से वही पुरानी संपन्नता लौट आई। 

सारांश:
एक मशहूर फिल्म को पहले तीन बड़े सुपरस्टार्स ने ठुकरा दिया था, लेकिन जब यह रोल एक संघर्षरत एक्टर को मिला, तो उसकी किस्मत ही बदल गई। कभी वह घर गिरवी रख चुका था और कार बेचकर ऑटो में सफर करता था। इस फिल्म की सफलता ने उसे रातों-रात स्टार बना दिया। यह कहानी है जुनून, मेहनत और किस्मत के मेल की।

Bharat Baani Bureau

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *