09 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में हुई BRICS Summit के तुरंत बाद ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनेसियो लूला डा सिल्वा के साथ भारत-ब्राजील द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों देशों के नेताओं ने व्यापक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा की और साझा मूल्यों व लक्ष्यों पर आधारित रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस संदर्भ में उन्होंने अगले एक दशक में सहयोग को मजबूत करने हेतु पाँच प्रमुख स्तंभों पर आधारित एक रणनीतिक ‘रोडमैप’ तय किया:
- रक्षा और सुरक्षा
- खाद्य और पोषण सुरक्षा
- ऊर्जा संक्रमण और जलवायु परिवर्तन
- डिजिटल परिवर्तन और उभरती तकनीकें
- रणनीतिक क्षेत्रों में औद्योगिक साझेदारी
रक्षा और सुरक्षा: आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त मोर्चा
दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में समान रणनीतिक दृष्टिकोण की सराहना की और संयुक्त सैन्य अभ्यासों, उच्च स्तरीय रक्षा प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का निर्णय लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए ब्राज़ील का आभार व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने सीमा पार आतंकवाद सहित हर प्रकार के आतंकवाद की कठोर शब्दों में निंदा की और आतंकवाद के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया।
दोनों देशों ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध से लड़ने के लिए एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए और गोपनीय सूचनाओं के आदान-प्रदान और सुरक्षा हेतु एक अहम समझौते को भी स्वीकृति दी। साइबर सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने के लिए एक द्विपक्षीय संवाद मंच की स्थापना का भी स्वागत किया गया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के समर्थन को दोहराया और संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में विकासशील देशों की भागीदारी बढ़ाने की वकालत की।
खाद्य और पोषण सुरक्षा: किसानों के हित और वैश्विक भूखमरी के खिलाफ साझेदारी
दोनों नेता भूख और कुपोषण को खत्म करने के वैश्विक लक्ष्य (2030 तक) को दोहराते हुए स्थायी कृषि, आय समर्थन, और कृषक उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में ठोस नीतियाँ अपनाने पर सहमत हुए।
भारत और ब्राज़ील जैसे बड़े खाद्य उत्पादक देशों ने कृषि व्यापार में निष्पक्षता और सार्वजनिक भंडारण नीति की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने संयुक्त अनुसंधान, पशु पोषण और जैव प्रजनन तकनीकों को बढ़ावा देने पर बल दिया।
ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन: जैवईंधन, वन संरक्षण और वैश्विक जलवायु कार्रवाई में सहयोग
भारत-ब्राज़ील ने ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस में सहयोग को सराहा और स्थायी, न्यायसंगत व समावेशी ऊर्जा संक्रमण को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। उन्होंने स्थायी विमानन ईंधन (SAF) के क्षेत्र में साझेदारी को अहम बताया।
भारत ने ब्राज़ील की “ट्रॉपिकल फॉरेस्ट्स फॉरएवर फंड” पहल की सराहना की और COP30 के लिए पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने हेतु संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC), पेरिस समझौता, ISA और CDRI के तहत सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
डिजिटल परिवर्तन और उभरती तकनीकें: डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और AI में साझेदारी
दोनों नेताओं ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, AI, DPI, और क्वांटम तकनीकों जैसे क्षेत्रों में संयुक्त प्रयासों को गति देने का निर्णय लिया। एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के सहयोग पर हस्ताक्षरित हुआ।
भारत को 2026 में होने वाले AI समिट की मेज़बानी के लिए ब्राज़ील ने बधाई दी। साथ ही, वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार में साझेदारी को और मजबूत करने की बात कही गई।
रणनीतिक क्षेत्रों में औद्योगिक साझेदारी: फार्मा, रक्षा, खनिज और ऊर्जा में सहयोग
दोनों देशों ने फार्मास्युटिकल सेक्टर में साझेदारी को बढ़ावा देने और सस्ते जेनेरिक दवाओं व APIs के स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने की सराहना की।
भारत-ब्राज़ील रक्षा उपकरण, खनिज संसाधन, और तेल व गैस क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं पर सहमत हुए।
महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) के खनन, परिष्करण और पुनर्चक्रण में सहयोग को गहराने की मंशा जताई गई। उच्च स्तर के व्यापार और निवेश तंत्र के लिए एक वाणिज्य एवं व्यापार समीक्षा तंत्र की स्थापना की जाएगी।
अन्य क्षेत्रों में सहयोग: संस्कृति, शिक्षा और खेल
दोनों नेताओं ने 2025-2029 सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम (CEP) को नवीनीकृत करने पर सहमति दी। उन्होंने पारंपरिक ज्ञान, खेल, स्वास्थ्य और रचनात्मक उद्योगों में सहयोग को भी महत्व दिया।
विद्यार्थी आदान-प्रदान, शिक्षा में साझेदारी, और रक्षा प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहन देने पर जोर दिया गया।
भारत-ब्राजील के बीच MoU:
राजकीय यात्रा के दौरान निम्नलिखित प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए:
- अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और संगठित अपराध के विरुद्ध सहयोग समझौता
- गोपनीय सूचनाओं के संरक्षण हेतु समझौता
- नवीकरणीय ऊर्जा सहयोग पर MoU
- कृषि अनुसंधान पर EMBRAPA और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बीच MoU
- डिजिटल परिवर्तन के लिए सफल डिजिटल समाधानों के आदान-प्रदान पर MoU
- बौद्धिक संपदा क्षेत्र में सहयोग पर DPIIT और ब्राज़ील के मंत्रालय के बीच MoU
सारांश:
BRICS सम्मेलन के बाद भारत और ब्राजील के बीच अहम आर्थिक करार हुआ है। मोदी सरकार ने कूटनीति के साथ-साथ आर्थिक साझेदारी को प्राथमिकता दी है। दोनों देशों ने व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति जताई है। यह करार भारत की ग्लोबल पॉलिसी में आर्थिक पक्ष को मज़बूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।